भोपाल : मध्य प्रदेश के उज्जैन में साल 2028 को सिंहस्थ महाकुंभ मेला होने जा रहा है। जिसको लेकर सीएम मोहन सहित प्रसाशन ने तैयारी शुरू कर दी है। हर 12 साल में उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ मेला का भव्य आयोजन होता है। इस बार भी यह मेला 2028 में होने जा रहा है। जिसमे 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान लगया जा रहा है। जिसको देखते हुए मध्य प्रदेश पुलिस ने कमर कस ली है और इसी कड़ी में यातायात और भीड़ कंट्रोल करने की ट्रेनिंग मध्य प्रदेश पुलिस उत्तरप्रदेश पुलिस से लेगी।
ड्रोन सर्वे और AI का इस्तेमाल करेगी मध्यप्रदेश सरकार
बता दें कि उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ का आयोजन किया गया है। जिसमे शामिल होने के लिए देश विदेश के करोड़ों लोग पहुंचे है। इस दौरान योगी सरकार ने जिस तरह से यातायात और लोगों के रहने का प्रबंधन किया है। उससे मध्य प्रदेश सरकार काफी प्रभावित है। इसी कड़ी में सीएम मोहन ने पुलिस विभाग को यूपी पुलिस विभाग से ट्रेनिंग लेने की बात कही। बता दें कि मप्र पुलिस का एक दल हाल ही में महाकुंभ के बेहतर प्रबंधन की सीख लेने के लिए प्रयागराज गई थी। तो वही एक माह के अंदर मप्र पुलिस का दूसरा दल ट्रेनिंग लेने क लिए प्रयागराज जाएगी। जानकारी के अनुसार एमपी पुलिस के हजारों जवानों को भीड़ कंट्रोल करने की ट्रेनिंग दी जाएगी। इतना ही नहीं मध्य प्रदेश सरकार सिंहस्थ 2028 के लिए भीड़ और यातायात प्रबंधन के लिए ड्रोन सर्वे और AI का इस्तेमाल करेगी।
नदी मे वाटर एम्बुलेंस चलाने की योजना
इसके साथ ही सीएम मोहन ने स्नान में श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत न हो, इसलिए शिप्रा नदी को लेकर सरकार ने व्यापक स्तर पर योजना बनाई है. हाल ही में उज्जैन के पास स्थित एक बड़े तालाब से शिप्रा में पानी छोड़ने के बारे में फैसला हुआ है. इससे शिप्रा में पानी प्रवाहमान बना रहेगा. इसके साथ ही शिप्रा में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्देनजर वाटर एम्बुलेंस चलाने की योजना पर भी विचार किया जा रहा है. प्रयागराज महाकुंभ से लौटे अधिकारियों ने बताया कि वाटर एंबुलेंस की मदद से हम शिप्रा में किसी भी आपात स्थिति से निपट सकते हैं।