KORBA: उरगा थाना इलाके के नवलपुर नाका गांव में रहने वाला दो भाई बहनों में बड़ा 10 साल का भूपेंंद्र दिवाली के दिन छत पर पटाखा जला रहा था। जल चुके पटाखे को हटाने की फिराक में मासूम छत के करीब से गुजरे इस 33 केबी विद्युत तार की चपेट में आ गया। बुरी तरह झुलस चुके भूपेंद्र की इलाज के दौरान मौत हो गई।
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इसी तरह की दर्दनाक घटना पास के गांव रोगदा में सामने आई है। जहां 8 साल का मासूम कृष्णा पटेल विद्युत विभाग के अनदेखी की भेंट चढ़ गया। रोगदा में एक निर्माणाधीन मकान विधुत से सटा हुआ है। करेंट प्रवाहित तार घर के छत के बेहद करीब है। पड़ोस में रहने वाला मासूम कृष्णा खेलते खेलते छत पर पहुंच गया। अनजाने में नंगी विधुत तार को छू लिया। इस घटना में मौके पर ही कृष्णा की दर्दनाक मौत हो गई। एक ही पंचायत में दो मासूमों की मौत की घटना से गांव में मा तम पसरा है। ग्रामीणों ने विधुत विभाग के अफसरों पर लापरवाही करने का आरोप लगाया है।
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अफसरों को घटना की जानकारी तक नहीं: दो सप्ताह के भीतर इलाके में करंट लगने से दो मासूम बच्चों की जान चली गई। मगर हैरानी की बात ये है कि जिम्मेदार अफसरों को इसकी भनक तक नहीं है। विभाग से D.E. भरतभूषण नेताम से बातचीत पर उन्होंने इन घटनाओं से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए मामले की जांच करने की बात कही है। विधुत विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही के कारण ग्रामीण क्षेत्र में कई ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी है बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारी व्यवस्था दुरुस्त करने में कोई ठोस कदम नहीं उठा रहे हैं।