दुनियाभर में आर्थिक चुनौतियों की वजह से इकोनॉमी की गाड़ी थोड़ी धीमी हो गई है. लेकिन भारत तेजी से आर्थिक विकास करने वाले देशों में सबसे आगे है. सही नीतियों की वजह से देश का खजाना लगातार बढ़ता जा रहा है.
खासकर विदेशी मुद्रा भंडार में तेज उछाल आया है. लेकिन पिछले साल वैश्विक घटनाक्रम से पैदा हुए दबावों के बीच RBI ने रुपये की एक्सचेंज रेट में गिरावट को रोकने के लिए इस पूंजी भंडार का उपयोग किया था, जिससे विदेशी मुद्रा भंडार में कमी आई.
बता दें की देश में सोने के भंडार में भी इजाफा हुआ है. विदेशी मुद्रा भंडार में इजाफे से इन्डियन करंसी को भी बल मिला है, भारतीय रुपये के लिए भी ये अच्छी खबर है. RBI देश के विदेशी मुद्रा भंडार का उपयोग रुपये के अस्थिर होने पर उसे स्थिर करने के लिए करता है.
इसके अलावा पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार में मामूली उछाल आया है.