भोपालl राजधानी की करोंद मंडी में गेहूं लेकर पहुंचे किसानों को निराशा हाथ लगी। भाव कम होने के कारण कई किसान गेहूं वापस ले गये। बावजूद इसके मंडी में करीब दस हजार क्विंटल गेहूं की खरीदी हुई। वहीं तीन हजार क्विंटल से अधिक गेहूं किसानों ने नहीं बेचा। इधर, मंडी में भाव कम होने के कारण केन्द्रों में भीड़ देखी गई। राजधानी के 77 उपार्जन केन्द्रों में 3.86 करोड़ का 20 हजार क्विंटल गेहूं खरीदा गया।
समर्थन मूल्य से कम था मंडियों में भाव
बुधवार को सुबह से ही मंडी में गेहूं से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉलियां पहुंच गईं थी। कई किसान अच्छे भाव की उम्मीद में पहुंचे, लेकिन मिल और मालवा राज क्वॉलिटी के गेहूं के भाव 2 हजार रुपए तक रहे। इस कारण डेढ़ दर्जन दर्जन से ज्यादा किसानों ने गेहूं नहीं बेचा। कारण- मंडी में मिल रहा भाव समर्थन मूल्य से कम था। ऐसे में किसानों ने केन्द्रों की तरफ रूख किया है। सरकार 2015 रुपए प्रति क्विंटल समर्थन मूल्य दे रही है। हालांकि अच्छी गुणवत्ता के अन्नपूर्णा, लोकवन, शरबती के भाव आज भी मंडी में 23 सौ रुपए क्विंटल तक मिल रहे हैं। मंडी व्यापारी संजीव जैन ने बताया, गेहूं की आवक करीब 13 हजार क्विंटल रही। दस हजार क्विंटल गेहूं खरीदा गया। मिल क्वॉलिटी, मालवा शक्ति के भाव 40-45 रुपए की कमी देखी गई। इसके कारण किसानों ने रूचि नहीं दिखाई।
ये रहे गेहूं का भाव
मिल क्वालिटी का गेहूं 1950 से 2000 रुपए, अन्नपूर्णा गेहूं 2000 से 2250 रुपए, लोकवन वैरायटी 2000 से 2250 रुपए, मालवा राज गेहूं 1900 से 1960 रुपए क्विंटल बिका। वहीं, शरबती गेहूं के भाव 3000 से 3500 रुपए प्रति क्विंटल तक रहे।