रिपोर्टर - रविकांत सिंह राजपूत
मनेन्द्रगढ़। एमसीबी जिले के अंतर्गत आने वाले ग्रामीण क्षेत्र केल्हारी का एक ऐसा मामला आया है जहां पर रंजीत सिंह नामक एक व्यक्ति ने केल्हारी तहसील के तहसीलदार के ऊपर जमीन मामले के निपटारे के संदर्भ में एक बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि तहसीलदार को हमने 15 हजार रुपया एक बोतल दारु और एक मुर्गा देने के बाद भी मेरी जमीन का निपटारा नहीं किया और मुझे जबरदस्ती का नोटिस पकड़ा दिए हैं। इसकी शिकायत ग्रामीण रंजीत सिंह ने एमसीबी जिला कलेक्टर कार्यालय में भी किया है।
15 हजार, एक बोतल दारु और मुर्गा में निपटारा
आपको बता दे की ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर राजस्व सेवा ग्रामीणों को आसानी से मिल सके जिसे लेकर जिला प्रशासन विभाग से संबंधित कई अधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप है जिसमें तहसीलदार का भी स्थान एक विशेष रूप से महत्वपूर्ण रहता है लेकिन इससे अलग तहसील कार्यालय केल्हारी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है जिसमें एक ग्रामीण अपने जमीन के मामले के निपटारा के लिए तहसीलदार के ऊपर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि तहसीलदार को हमने 15 हजार रुपए एक बोतल दारु और एक मुर्गा देने के बाद भी मेरे जमीन का निपटारा नहीं हुआ वहीं मुझे नोटिस देकर कार्यालय बुलाया जाने लगा जिससे परेशान होकर ग्रामीण रंजीत सिंह ने पूरे मामले का आवेदन बनाकर एमसीबी जिला कलेक्टर को दिया है अब देखने वाली बात होगी कि जिला प्रशासन इस गंभीर आरोप पर किस प्रकार से कार्यवाही करता है।
तहसीलदार पर कार्यवाही की मांग
इस मामले में पूर्व विधायक गुलाब कमरो ने जांच और तहसीलदार पर कार्यवाही की मांग की है। इसके साथ ही पूर्व विधायक ने पीड़ित के शिकायत पत्र को सोशल मीडिया फेसबुक पर पोस्ट करते हुए बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि काल्पनिक सीएम दीदी रेणुका सिंह के विधानसभ क्षेत्र के केल्हारी में विष्णु का कुशासन देखने को मिला है जहां तहसीलदार से लेकर बाबू तक दारू मुर्गा और जुर्माना के नाम पर पैसे ले रहे हैं।
गुलाब कमरो, पूर्व विधायक
रंजीत सिंह, आवेदक