Anil Ambani देश के सबसे अमीर व्यक्ति मुकेश अंबानी के भाई अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। अब कंपनी के बिकने का रास्ता पूरी तरह से साफ हो गया है और इस महीने के अंत तक इसे नया मालिक मिल जाएगा। दरअसल, राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने सोमवार को कर्ज में डूबी इस कंपनी का अधिग्रहण करने के लिए आईआईएचएल (IIHL) के अनुरोध को मंजूरी दे दी है।
हिंदुजा ग्रुप होगा नया मालिक
पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) के लिए अब 26 फरवरी तक रिलायंस कैपिटल का अधिग्रहण करना संभव हो गया है। यह कंपनी हिंदुजा ग्रुप (Hinduja Group) का हिस्सा है। लंबे समय से अनिल अंबानी की इस कंपनी की बिक्री को लेकर कई समस्याएं आ रही थीं, लेकिन अब इस मामले से जुड़े सभी विवाद, खासकर बार्कलेज (Barclays) और 360 वन (360 One) जैसी उधारी देने वाली कंपनियों की चिंताओं का समाधान हो चुका है।
4300 करोड़ रुपये हैं तैयार!
हिंदुजा ग्रुप की कंपनी IIHL ने यह आश्वासन दिया है कि वह रिलायंस कैपिटल के लेंडर्स के लिए समाधान योजना के तहत कुल 9,861 करोड़ रुपये की राशि का भुगतान करने के लिए शेष 4,300 करोड़ रुपये की व्यवस्था कर चुकी है। अगस्त 2024 में, IIHL ने पहले ही 2,750 करोड़ रुपये जमा कराए थे, और बाकी के 3,000 करोड़ रुपये एस्क्रो खाते (Escrow Account) में रखे थे, जो कुल राशि का 58.93% है।
चार साल पहले भंग हुआ था बोर्ड:
नवंबर 2021 में, Anil Ambani की रिलायंस कैपिटल को लेकर रिजर्व बैंक (RBI) से एक महत्वपूर्ण खबर आई थी। RBI ने कंपनी द्वारा शासन संबंधी मुद्दों और भुगतान न करने के आरोपों के कारण इसके बोर्ड को भंग कर दिया था। केंद्रीय बैंक ने नागेश्वर राव वाई को प्रशासक नियुक्त किया, जिन्होंने फरवरी 2022 में कंपनी का अधिग्रहण करने के लिए बोलियां आमंत्रित की थीं। रिलायंस कैपिटल पर 40,000 करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था, और चार आवेदकों ने समाधान योजनाओं के साथ बोली लगाई थी। हालांकि, कर्जदारों की समिति ने इन सभी योजनाओं को कम बोली मूल्यों के कारण खारिज कर दिया, जिसके बाद से इस प्रक्रिया में लगातार देरी हो रही थी।