सोमा शर्मा//राजिम। प्रदेश के प्रयागराज में 12 फरवरी से राजिम कुंभ कल्प का आगाज होने वाला है। 20 वर्षों बाद पहली बार इस महाकुंभ के स्थान और स्वरूप में बड़ा बदलाव किया गया है।माघ पुन्नी से प्रारंभ होने वाला कल्प कुंभ महाशिवरात्रि 26 फरवरी तक चलेगा।मेला अब संगम स्थल में नहीं, बल्कि वहां से 750 मीटर दूर लक्ष्मण झूला और चौबे बांधा के बीच लगेगा, जहां 54 एकड़ भूमि पर भव्य मंच तैयार किया गया है।
20 वर्षों बाद ऐतिहासिक बदलाव:
कल्प कुम्भ के आयोजन को लेकर इस बार नया मेला मैदान में मुख्य मंच को पंचकोशी धाम के तर्ज पर बनाया जा रहा है, आस्था अध्यात्म संस्कृति केंद्र राजिम कुंभ का शुभारंभ राज्य पाल करेंगे और अंतर्राष्ट्रीय गायिका मैथली ठाकुर की प्रस्तुति देंगी।नए मेला मैदान में श्रद्धालुओ के आने के लिए चार मुख्य गेट बनाये गए है देश भर से साधु संत और देश विदेश से लाखों की संख्या में पर्यटक यहां आते है, प्रशासन की तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है ।श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए पेयजल, शौचालय, पार्किंग, रुकने और खाने-पीने की विशेष व्यवस्था की गई है।
संत समागम,गंगा आरती पुराने में स्थानों पर :
मिली जानकारी के अनुसार जानकी जयंती के बाद प्रारंभ होने वाले संत समागम और प्रतिदिन होने वाले गंगा आरती कुलेश्वर महादेव और राजीव लोचन मंदिर के बीचों बीच पुराने स्थानों पर ही होंगे। नए मेला मैदान तक जनता के जाने के लिए कुलेश्वर महादेव से नदी के बीचों बीच नया रास्ता बनाया गया है। इसके दोनों तरफ दुकानें भी लगाई जाएंगी।
लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना :
राजिम कुंभ कल्प को इस वर्ष नए भव्य स्वरूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। यह आयोजन छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को वैश्विक पहचान देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। राजिम कुंभ कल्प के इस महापर्व में देशभर से लाखों श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है। 12 फरवरी से शुरू होने वाला यह मेला आस्था, आध्यात्म और संस्कृति का संगम साबित होगा।
मेले के लेआउट से समझिये व्यवस्था :
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