Cyber Crime : आजकल साइबर ठग कुछ सेकेंडों में ही लोगों के बैंक अकाउंट को खाली कर रहे हैं। लोगों को ठगने के लिए साइबर ठग फेक कॉल्स और मैसेज के जरिए ठगते हैं, लेकिन अब साइबर ठगों ने लोगों को ठगने के लिए एक नया तरीका अपनाया है।
ठगी के नए तरीके
वह उन्हें उधारी के रुपए देने के नाम पर या फिर पार्सल में नशीला पदार्थ होने के साथ-साथ अब तो साइबर ठग उनके बच्चों को गिरफ्तार करने डर दिखाकर लाखों रुपए ठग रहे है। इतना ही नहीं, आपके कॉन्टैक्ट्स से भी ठगी का प्रयास किया जाता है। साइबर क्राइम पोर्टल पर रोजाना 300 से 400 शिकायतें आ रही हैं।
अब शादी के सीजन में ई-कार्ड के माध्यम से ठगी के मामले सामने आ रहे हैं। जालसाज वाट्सएप पर शादी का आकर्षक निमंत्रण भेजते हैं। व्यक्ति उत्सुकता में जैसे ही ई-कार्ड के लिंक पर क्लिक करता है, उसके फोन का पूरा एक्सेस ठगों के हाथ में चला जाता है। इसके बाद ठग बैंक खातों से पैसे उड़ा लेते हैं और पीड़ित को कोई ओटीपी या सूचना भी नहीं मिलती।
कहानी 01, 18 हजार का चूना
मैडम नमस्ते, मैं आपके पति का दोस्त हूं। उनका फोन नहीं लग रहा है। मैंने उनसे दो हजार रुपए लिए थे, वह रुपए मैं आपके अकाउंट में रुपए ट्रांसफर कर देता हूं। फोन बंद होते ही महिला के मोबाइल पर दो हजार की जगह 20 हजार रुपए ट्रांसफर होने का मैसेज आते है, इसके तुरंत बाद महिला के फोन पर फिर उस व्यक्ति का फोन आता है और वह बोलता है कि गलती से मैडम मैंने आपकों को दो हजार की बजाए 20 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए है, आप मुझे 18 हजार रुपए इसी नवंबर पर ट्रांसफर कर दर दीजिए।
महिला कुछ समझ पाती की यह सब क्या हो रहा है, उससे पहले वह व्यक्ति अस्पताल में होने की बात करने लगता है कि उसे रुपए की सख्त जरूरत है, इलाज के लिए। महिला उसकी बात को सच मानकर 18 हजार रुपए ट्रांसफर कर देती है। इस कहानी में खात बात यह है कि महिला साइबर फ्राड का शिकार हो गई। साइबर ठग ने उसके अकाउंट में कोई रुपए ट्रांसफर नहीं किए थे, सिफ फर्जी मैसेज फारवर्ड किया था।
कहानी 02, आपके बेटे होटल में..
हैलो, आप क्या सुमीत और अमन के पिता है। जी, हां आप कौन?, मैं क्राइम ब्रांच से मोहित राणे हूं। आपके बेटे होटल में पड़ी रेड में पकड़ाए हैं। वह वहां नशा करने के साथ वहां रंगरेलियां मना रहे थे। आप तत्काल यहां आ जाएं। सर यह आप क्या बोल रहे है, मैंरे बेटे तो शहर से बाहर गए हैं। अरे आप घबराएं नही, आपके बेटे को छोड़ देंगे, आप एक काम करें, इस नंबर पर 40 हजार रुपए ट्रांसफर कर दीजिए। आपके बेटे को जेल जाने से बचा लेंगे। सुमीत और अमन के पिता राकेश मिश्रा उस व्यक्ति की बातों से घबरा जाते हैं और तुरंत व्यक्ति के नबंर पर 40 हजार रुपए ट्रांसफर कर देते हैं। इसके बाद फोन बंद हो जाता है। थोड़ी देर बाद जब उनके बेटे घर आते है तो उन्हें अपने साथ हुई साइबर ठगी का पता लगता है।
कहानी 03, हैलो.. आपके पार्सल में...
कोलार में रहने वाली राखी सोनवाने के मोबाइल पर एक कूरियर कंपनी के कर्मचारी ने फोन करके बताया कि उनके नाम से भेजे गए पार्सल में नशीला पदार्थ मिला है। आपकों गिरफ्तार करने के लिए पुलिस आ रही है। महिला ने जब इस तरह के किसी भी पार्सल की जानकारी न होने की बात कही, तो फोन करने वाले ने बताया कि वह इसकी शिकायत भोपाल साइबर अपराध शाखा में दर्ज करवा चुका है। थोड़ी देर में ही पुलिस आपके घर आ जाएगी।
उसके बाद महिला के पास एक वीडियो कॉल आया, जिसमें फोन करने वाले व्यक्ति के पीछे का दृश्य किसी पुलिस स्टेशन का लग रहा था। पुलिस अधिकारी बनकर बात कर रहे व्यक्ति ने वीडियो कॉल पर महिला को डरा-धमका कर कहा कि अगर उन्हें गिरफ्तारी से बचना है तो करीब तीन लाख देने होंगे। महिला इतना डर जाती है कि वह उस व्यक्ति के खाते में तीन लाख जमा करवा देती है। इस कहानी का सच यह है कि महिला ठगी का शिकार हो गई।