भोपाल।औद्योगिक क्षेत्र मोहासा-बाबई समूचे नर्मदापुरम के विकास का केंद्र बनेगा। सतपुड़ा का यह क्षेत्र नया इतिहास रचने जा रहा है। औद्योगिक विकास के लिए मध्यप्रदेश सरकार द्वारा किए गए प्रयासों से नर्मदापुरम आरआईसी में अपार सफलता प्राप्त हुई है। आरआईसी से मोहासा-बाबई सौर ऊर्जा पार्क की भूमि 227 एकड़ से बढ़कर 884 एकड़ हो गई। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नर्मदापुरम में उद्योग व्यापार तथा निवेश गतिविधियों को प्रोत्साहन के लिए नर्मदापुरम में मप्र औद्योगिक विकास निगम (एमपीआईडीसी) का सर्व-सुविधायुक्त कार्यालय का आरंभ किया जाएगा।
उद्योग समूह और निवेशक भारत तथा मध्य प्रदेश की विकास यात्रा में सहभागी होने के लिए आमंत्रित हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ‘नए क्षितिज-नई संभावनाएं’ थीम पर आयोजित नर्मदापुरम में 6वें रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव के शुभारंभ सत्र को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि नर्मदापुरम की इंडस्ट्रीयल कॉन्क्लेव में सभी सेक्टर मिलाकर 31 हजार 800 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने एमएसएमई प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत 1200 से अधिक इकाइयों को प्रोत्साहन स्वरूप 367 करोड़ रूपए की वित्तीय सहायता राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल से प्रदेश की 82 इकाइयों का वर्चुअली भूमि-पूजन एवं लोकार्पण किया। कुल 2585 करोड़ रुपए निवेश की इन इकाइयों से लगभग 5800 व्यक्तियों को रोजगार प्राप्त होगा। डॉ. यादव ने प्रदेश में 98 इकाइयों को 163 एकड़ भूमि के लिए आशय पत्र/आवंटन आदेश जारी किए।
कुल 911 करोड़ के निवेश से लगने वाली इन इकाइयों से 4 हजार रोजगार के अवसर सृजित होंगे। डॉ. यादव ने आद्योगिक क्षेत्र माना (बुधनी) में अधोसंरचनात्मक विकास कार्यों का वर्चुअल लोकार्पण भी किया। मुख्ययमंत्री की उपस्थिति में प्रदेश की असीम पर्यटन संभावनाओं को देश-विदेश तक पहुंचाने के लिए मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग और फिक्की के बीच समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान हुआ। कॉन्क्लेव में कनाडा, वियतनाम, नीदरलैंड, मेक्सिको और मलेशिया के प्रतिनिधियों सहित 75 प्रमुख निवेशक और 3000 से अधिक एमएसएमई प्रतिभागियों ने भाग लिया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने नवकरणीय ऊर्जा पर राउंड टेबल सत्र लिया तथा 10 प्रमुख उद्योग निवेशकों के साथ वन-टू-वन बैठक की।
कॉन्क्लेव में बांस और सागौन की लकड़ी के व्यवसाय में अवसर ,पर्यटन क्षेत्र में निवेश संभावनाएं और एमएसएमई गतिविधियों के आधार पर निर्यात आरंभ करने के लिए मार्गदर्शन पर सेक्टोरल सत्र हुए। इस अवसर पर स्थानीय उद्यमियों और व्यवसायों को अपने उत्पादों तथा सेवाओं को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से लगाई गई प्रदर्शनी में 60 से अधिक स्टॉल लगाए गए।
2 से 3 बरसों में ही नर्मदापुरम का बदल जाएगा दृश्य
सीएम ने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र मोहासा-बाबई नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में नया इतिहास रचने जा रहा है। इस औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित होने वाली औद्योगिक इकाइयों द्वारा लगभग 2 हजार करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया जा रहा है। इससे सोहागपुर, इटारसी, सिवनीमालवा, पिपरिया, पचमढ़ी के स्थानीय युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा और रोजगार के लिए होने वाला पलायन इन क्षेत्रों से रुकेगा। आरआईसी में किए जा रहे निवेश के कारण महज 2 से 3 वर्षों में ही संपूर्ण नर्मदापुरम क्षेत्र का आर्थिक परिदृश्य बदलेगा। नर्मदापुरम की कर्मशील जनता औद्योगिक विकास में सहायक बनेगी।
नर्मदापुरम वन संपदा, भू-संपदा, बेहतर रोड और रेल कनेक्टिविटी जैसी सुविधाओं के साथ औद्योगिक विकास के लिए सबसे अनुकूल है। प्रदेश को औद्योगिक हब बनाने और रोजगार के अवसर सृजित करने के लिए उज्जैन, जबलपुर, रीवा, ग्वालियर, सागर के बाद अब 6वीं रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव नर्मदापुरम में की गई। औद्योगिक विकास के इन प्रयासों में नर्मदापुरम को कम समय में सबसे अधिक सफलता मिली है। निवेशकों को औद्योगिक पार्क मोहासा-बाबई की विशेषता तथा सरकार द्वारा दिए जा रहे वित्तीय अनुदान का सीधा फायदा निवेशकों को देने का हमने निर्णय लिया है। साथ ही अत्यंत कम दरों पर निवेशकों को जमीन उपलब्ध करवाई गई है।
मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क की भी होगी प्लानिंग
मुख्य सचिव अनुराग जैन ने उद्योग भूमि आवंटन के लिए क्षेत्र की जनता को बधाई देते हुए कहा कि क्षेत्र में उद्योग स्थापित होने से युवाओं को रोजगार मिलेगा। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का भी आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने इतने कम समय में 884 एकड़ औद्योगिक पार्क मोहासा-बाबई स्वीकृत कर क्षेत्र को नई पहचान देने के साथ औद्योगिक विकास को भी गति दी है। उन्होंने कहा कि यहां मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क की भी प्लानिंग की जाएगी।
वर्ष-2025 में मध्यप्रदेश को औद्योगिक शिखर पर ले जाएंगे
लैंड्स मिल के सीईओ संदीप गर्ग ने इंडस्ट्री की ओर से मुख्यमंत्री डॉ. यादव का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश के विकास के लिए कोई कमी नहीं रखी है। उन्होंने जिस गति से उद्योगपतियों को भूमि आवंटन की है उसी गति से उद्योगपति भी औद्योगिक क्षेत्र मोहासा-बाबई में इंडस्ट्री को स्थापित करने में अपना योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि वर्ष-2025 में मध्यप्रदेश को औद्योगिक शिखर पर ले जाने का कार्य करेंगे। क्षेत्र में उद्योग स्थापित होने से औद्योगिक विकास को भी गति मिलेगी और बड़ी संख्या में रोजगार सृजन भी होगा। साथ ही प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार को भी बढ़ावा मिलेगा।
मंच से इन इकाइयों को दिया गया भूमि आवंटन-पत्र
ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड को: 60 एकड़
लैंडस मिल ग्रीन इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड को : 70 एकड़
लैंडस मिल ग्रीन इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड को :18 एकड़
लैंडस मिल रिन्यूएबल्स प्राइवेट लिमिटेड को : 30 एकड़
इंसोलेशन ग्रीन एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड को : 45 एकड़
प्रीमियम एनर्जी ग्लोबल एंड प्राइवेट लिमिटेड को : 50 एकड़
सात्विक सोलर इंडस्ट्री प्राइवेट लिमिटेड को: 50 एकड़
सनकॉइन एकड़ फोटो वॉल्टैडक्स प्राइवेट लिमिटेड को : 30 एकड़
रेज ग्रीन एनर्जी मैन्युफैक्चरिंग प्राइवेट लिमिटेड को : 38 एकड़
एलपैक्सन सोलर लिमिटेड को : 30 एकड़
वीएसएनएल ग्रीन पावर प्राइवेट लिमिटेड, सहित अन्य कंपनियों ंके प्रतिनिधियों को भूमि आवंटन-पत्र का वितरण किया गया।