भोपाल। राजधानी सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में तेज से भारी बारिश के बाद अब सिस्टम आगे निकल रहा है। इससे गुरुवार से ही बारिश में कमी आना शुरू हो जाएगी। कुछ जिलों में दो दिन भारी से अति भारी बारिश भी होगी, जबकि भोपाल सहित कई जिलों में मध्यम से हल्की बारिश दो दिन जारी रहेगी। मौसम केंद्र ने गुरुवार तक एक दर्जन जिलों में अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, जबकि भोपाल संभाग के कुछ हिस्से सहित डेढ़ दर्जन से अधिक जिलों में मध्यम से हल्की बारिश होगी।
विदिशा, रायसेन, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, श्योपुरकला, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी आदि जिलों में भारी से अति भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम केंद्र ने भोपाल, सीहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, देवास, शाजापुर, आगर, ग्वालियर, भिंड़, मुरैना, नरसिंहपुर, पन्ना और दमोह में भारी से तेज बारिश का ऑरेंट अलर्ट जारी किया गया है।
वहीं, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, नीमच, रीवा, सतना, अनुपपुर, उमरिया, डिंडोरी, छिंददवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, मैहर आदि जिलों में मध्यम से हल्की बारिश होगी। भोपाल में एक जून से बुधवार शाम 5.30 बजे तक कुल 1520 मिमी से अधिक बारिश दर्ज हो चुकी है। सितंबर में यहां 300 मिमी के करीब आंकड़ा पहुंचा है। इससे पहले वर्ष 2022 में सितंबर में सर्वाधिक 1881 मिमी से अधिक बारिश हुई थी। वर्ष 2014 से 2024 तक यह तीसरी बार सबसे अधिक कुल बारिश है। वर्ष 2016 में भी बारिश ने 1600 मिमी के करीब आंकड़ा पार किया था।
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार वर्तमान में मानसून बीकानेर, सीकर, शिवपुरी व पूर्वी मध्य प्रदेश में सक्रिय तीव्र निम्र दाब के केंद्र से होती हुई गुजर रही है। वहीं, वेलमार्कलो प्रेशर एरिया अब डिप्रेशन में बदलकर उत्तर पूर्वी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ रहा है। इसके दमोह, खजुराहो, सतना, झांसी, ग्वालियर, चंबल की ओर बढ़ने की संभावना है। गुरुवार को यह उत्तर पूर्व उत्तर की ओर बढ़कर इन जिलों में भारी से अति भारी बारिश करेगा।
आज यहां बाढ़ का रेड अलर्ट: मौसम केंद्र ने 24 घंटों के दौरान श्योपुरकला, ग्वालियर, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, सागर, निवाड़ी, टीकमगढ़ आदि जिलों में बाढ़ की आशंका के चलते रेड अलर्ट जारी किया है। वहीं, नीमच, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, उत्तरी धार, आगर, उत्तरी उज्जैन, मुरैना, बालाघाट, डिंडोरी, मंडला, देवास, हरदा, नर्मदापुरम, सीहोर, शाजापुर, भोपाल, दमोह, छतरपुर, नरिसंहपुर, जबलपुर, पन्ना, सिवनी, कटनी जिलों में भी बाढ़ के खतरे की आशंका जताई है।
भोपाल में डैम के गेट खुले: 24 घंटे से भोपाल शहर सहित संभाग में तेज बारिश के बाद कलियासोत डैम के दो, कोलार डैम के दो और भदभदा और केरवा डैम का एक-एक गेट खोला गया। दमोह में 200 और जबलपुर में 170 मिमी के साथ ही सिवनी में 150 मिमी से अधिक बारिश हो चुकी है।
रायसेन के बेगमगंज में पराशरी नाला उफान पर आ जाने से सागर-भोपाल सड़क मार्ग बंद रहा। दमोह में घरों में पानी भर गया। टीकमगढ़ और शिवपुरी में भी सड़कें डूब चुकी हैं। विदिशा में भी कई रास्ते बंद हैं। नर्मदापुरम में तवा डैम के 13 में से 9 गेट, बरगी बांध के 21 में से 17, मोहनपुरा डेम के 10 गेट, हलाली डैम के 5 और मड़ीखेड़ा डैम के 4 गेट खोले गए हैं।
कई लोगों को किया गया रेस्क्यू
छतरपुर के बम्होरी में एक दर्जन मकानों में पानी भर गया। एसडीआरएफ की टीम ने यहां फंसे 50 लोगों का सफलता पूर्वक रेस्क्यू किया। इधर, शिवपुरी में रपटा पार करते वक्त दो युवक गुंजारी नदी के तेज बहाव में फंस गए। लोगों ने उन्हें रस्सी से बचाया। भोपाल के पास जगदीशपुर में पातरा नदी के पुल के ऊपर से पानी बह रहा है। इससे आने-जाने का रास्ता बंद हो गए। दमोह के हटा में सुनार नदी किनारे गणेश पंडाल की प्रतिमा पानी से घिर गई। शिवपुरी में रात भर बारिश हुई। नरवर का लखना ताल ओवरफ्लो होने से खेतों में पानी भर गया।