भोपाल। राजधानी सहित पश्चिमी मध्य प्रदेश में अब तेज से भारी बारिश की उम्मीद कम है। बंगाल की खाड़ी में बना नया सिस्टम भी छत्तीसगढ़ में पहुंचकर कमजोर हो जाएगा, जिससे राजधानी में भी हल्की बारिश ही होगी। इधर, आसमान साफ होने से रविवार की रात पांच साल में दूसरी बार सबसे ठंडी रही है। इससे पहले 6 सितंबर 2020 को यहां रात का पारा 21 डिग्री था, जिसके बाद रविवार को भोपाल का न्यूनतम तापमान 21 डिग्री पर दर्ज हुआ है।
हवाएं धीरे_ धीरे बदलने से अब सुबह के समय हल्की ठंडक का अहसास भी शुरू हो रहा है, जिससे मानसून अब अपनी आखिरी बेला में पहुंच रहा है। हालांकि, सिस्टम आने से इस महीने राजधानी में बारिश, बौछारें रहेंगी, लेकिन तेज से भारी बारिश की उम्मीद कम है। हवाएं बदलने से सर्दी का अहसास जल्द शुरू होगा। मौसम केंद्र के अनुसार सोमवार को कुछ जिलों में मध्यम बारिश होगी। इनमें सीधी, सिंगरौली, सतना, शहडोल में मध्यम बारिश के साथ पूर्वी मप्र के एक दर्जन जिलों में हल्की से मध्यम बारिश होगी।
पूर्वी मप्र में बारिश पश्चिमी में बौछारें
मौसम विशेषज्ञ एके शुक्ला के अनुसार बंगाल की खाड़ी से आगे बढ़ा सिस्टम रविवार तक मजबूत बना हुआ है। यह पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। सोमवार तक छत्तीसगढ़ में पहुंचकर कमजोर होगा, जो पूर्वी मप्र में मध्यम बारिश करेगा। पश्चिमी मप्र में हल्की बारिश होगी। भोपाल में भी बादलों के बीच हल्की बारिश की उम्मीद है। सोमवार को भोपाल में बादल छाए रहने के साथ आसपास हल्की बौछारें भी पड़ सकती हैं।
अभी आ रहे सिस्टम
शुक्ला के अनुसार अभी सिस्टम आ रहे हैं। हवाएं भी दक्षिण पश्चिमी और पश्चिमी हैं, इसलिए मानसून अभी विदा नहीं होगा। प्रदेश में मध्यम से हल्की बारिश का सिलसिला इस महीने चलता रहेगा। लेकिन बारिश की रफ्तार अब आखिरी दौर में पहुंच रही है। मानसून भी 30 सितंबर के आसपास विदाई लेगा। अभी से ही सुबह के समय शुरू हो रही हल्की सर्दी भी मानसून के कमजोर होने का संकेत दे रही है। दरअसल, आसमान साफ होने पर रात के तापमान में कमी आने लगती है। इससे बारिश में कमी होना स्वभाविक है। यही क्रम वर्तमान में शुरू हो रहा है।