भोपाल। पिछले तीन दिनों से उमस और रुक-रुककर हो रही बारिश के साथ शुक्रवार को प्रदेश के एक दर्जन जिलों में बारिश दर्ज की गई। छह से अधिक जिलों में तेज बारिश का दौर जारी है।शाम चार बजे घने बादलों से शाम से पहले रात जैसा नजारा बन गया। फिर घने बादल दो घंटे तक लगातार बरसे। इसके बाद रुक-रुककर बारिश का दौर जारी रहा। राजधानी सहित एक दर्जन जिलों में चार दिन तक ऐसा ही मौसम रहने के आसार बने हुए हैं। गुरुवार को भी तेज बारिश होने से आम लोगों को गर्मी और उमस से राहत मिली थी, लेकिन दोपहर तक तेज उमस ने दोबारा से बेहाल कर दिया। शाम को हुई बारिश से राहत मिली है।
मानसूनी सिस्टम गुना से होकर गुजर रहा
शुक्रवार को भोपाल, विदिशा, रायसेन, राजगढ़, गुना, ग्वालियर, छिंदवाड़ा हरदा, बैतूल, सागर, सतना और बालाघाट में दोपहर बाद तेज पानी गिरा। भोपाल में 36 मिली मीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। वही, रायसेन में 25 मिमी से ज्यादा पानी बरस गया। प्रदेश में अब तक औसतन 250 मिमी बारिश हुई है, जो मानसूनी कोटे की बारिश का 30 फीसदी है।
मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि मानसूनी सिस्टम गुना से होकर गुजर रहा है। पश्चिमी विक्षोभ का असर भी है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र है। इसके आगे बढ़ने की संभावना है। इस वजह से अगले कुछ दिन तक कई जिलों में तेज बारिश होगी। फिलहाल, मानसूनी द्रोणिका और पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से आंधी-बारिश का मजबूत सिस्टम बना है। इस वजह से प्रदेश में अगले चार दिन तक भारी बारिश का दौर चलेगा।
पूर्वी हिस्से में 19 फीसदी कम बारिश
प्रदेश में 21 जून को मानसून ने आमद दी थी। इसके बाद से तेज बारिश का दौर चल रहा है। हालांकि, पूर्वी हिस्से में अभी भी मानसून अपना असर नहीं दिखा पा रहा है। यहां 19 फीसदी कम बारिश हुई है जबकि पश्चिमी हिस्से में 7 फीसदी ज्यादा बारिश है। ओवरऑल बात करें तो अब तक 6 फीसदी बारिश कम हुई है।
आठ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
शनिवार को अति भारी बारिश का सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, खंडवा, खरगोन, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि रायसेन, भोपाल, हरदा, बुरहानपुर, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, सागर में तेज बारिश का यलो अलर्ट जारी किया गया है।