MP Bjp President : (विकास जैन भोपाल) मध्यप्रदेश के विकास और रोजगार के लिए प्रदेश की मोहन सरकार ने दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टरर्स समिट का आयोजन किया था। जिसका पीएम मोदी ने शुभारंत तो गृहमंत्री अमित शाह ने समापन किया था। सरकार की समिट में प्रदेश को करीब 30 लाख करोड़ से अधिक का निवेश मिलेगा। तो वही करीब 18 लाख लोगों को रोजगार मिलने की उम्मीद है। इस दौरान कई ओएमयू पर भी साइन किए जा चुके है।
भोपाल क्यों नहीं आए प्रधान?
खैर अब समिट का समापन हो गया है। प्रदेश संगठन और सत्ता के मंत्री अब फ्री हो गए है। नेता मंत्री बीते कई दिनों से ग्लोबल समिट को आकार देने में लगे हुए थे। फिलाहाल अब समिट का समापन हो गया है। अब बीजेपी का अगला टरगेट नए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष के चेहरे पर होगी। नए प्रदेश अध्यक्ष का चयन बीते दिनों से टलता आ रहा है। पहले तो जिलाध्यक्षों के चयन में मची खिंतचान से देरी हुई। इसके बाद पीएम मोदी का एमपी दौर, फिर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के चलते अध्यक्ष के चयन में देरी हुई। इसी के चलते प्रदेश अध्यक्ष चयन के लिए नियुक्त किए गए धर्मेंद्र प्रधान भोपाल नहीं आ सके।
कब भोपाल आएंगे धर्मेंद्र प्रधान?
दरसअल, ग्लोबल समिट के समापन के बाद से माना जा रहा है कि अब नए प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। चुनाव अधिकारी और केंन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को 15 जनवरी से पहले भोपाल आना था। बीजेपी की डेड लाइन के अनुसार 15 जनवरी तक नए अध्यक्ष का चुनाव करना था, लेकिन राजनीतिक कार्यक्रमों के चलते चुनावी प्रक्रिया टलती गई। फरवरी का माह पूरा निकल गया, अब मार्च का महिना शुरू होने वाला है। ऐसे में कायासों का दौर शुरू हो गया है कि चुनाव अधिकारी मार्च के पहले सप्ताह में भोपाल आ सकते है?
मार्च में मिलेगा नया प्रदेश अध्यक्ष?
बता दें कि बीजेपी 20 मार्च तक नए राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव कर सकती है। देश के करीब 12 राज्यों में प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव हो चुका है। 6 राज्यों में अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया पूरी होना बाकी है। इसके बाद ही राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी। इस लिहाज से मध्यप्रदेश बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव मार्च के पहले सप्ताह में संपन्न कराया जा सकता है। क्योंकि बीजेपी के संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए देश के सभी राज्यों में से कम से कम आधे राज्यों के अध्यक्षों का चुनाव पहले पूरा होना चाहिए। ऐसे में 18 राज्यों के चुनाव पूरे होने के बाद राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया प्रारंभ होगी।
अध्यक्ष की रेस में कौन-कौन?
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की कुर्सी को लेकर कई दावेदारों के नाम चर्चा में बने हुए है। जिनमें नरोत्तम मिश्रा, वीडी शर्मा, फग्गन सिंह कुलस्ते, सुमेर सिंह सोलंकी, सांसद हिमाद्री सिंह, दुर्गादास उइके समेत कई नेताओं के नाम दौड़ में बताए जा रहे है। इसके अलावा हेमंत खंडेलवाल, अर्चना चिटनिस, विधायक रामेश्वर शर्मा, सांसद आलोक शर्मा समेत कई नाम चर्चा में बने हुए है।
कौन बनेगा राष्ट्रीय अध्यक्ष?
राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में कई नाम चर्चा में बने हुए है। जिनमें केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंन्द्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, मनोहर लाल खट्टर बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तवाड़े का नाम तेजी से चर्चा में बना हुआ है। यह भी बता दें कि 1980 से लेकर अबतक अटल विहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, कुशा भाऊ ठाकरे, बंगारू लक्ष्मण, के जना कृष्णमूर्ति, एम वेंकैया नायडू, राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी, अमित शाह राष्ट्रीय अध्यक्ष रह चुके है। वर्तमान में जेपी नड्डा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष है। हाल ही में हुए लोकसभा चुनाव के बाद जेपी नड्डा को केन्द्र सरकार में केन्दीय मंत्री बनाया गया है।