MP Health Department: झांसी के एक अस्पताल में हुए अग्निकांड में 10 नवजात बच्चों की मौत के बाद प्रदेश की मोहन सरकार अलर्ट मोड़ पर आ गई है। प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग ने हाई अलर्ट जारी करते हुए प्रदेश के निजी और सरकारी अस्पतालों को सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रखने के निर्देश जारी किए है। जारी आदेश में फायर और इलेक्ट्रिकल के इंतजाम रखने को कहा है। आपको बता दें कि झांसी जैसा हादस भोपाल में हो चुका है जिसमें 7 बच्चों की मौत हो गई थी।
स्वास्थ्य विभाग के निर्देश जारी
स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश के सभी नीजी और सरकारी अस्पतालों निर्देश जारी करते हुए कहा है कि, स्टाफ को आपातकालीन स्थितियों में वार्ड खाली कराने का प्रशिक्षण दिलाया जाए। विद्युत उपकरणों के उपयोग के दौरान खुले तारों या बिना प्लग के उपकरणों का उपयोग न हो। बिजली पर स्वीकृत लोड से अधिक भार ना हो आवश्यकता पड़ने पर बिजली कंपनी से अतिरिक्त भार स्वीकृत करवाया जाए। संस्थाओं का इलेक्ट्रिकल और फायर ऑडिट अनिवार्य रूप से करवायें। फायर सिस्टम और फायर एक्सटिंग्विशर की स्थिति चालू होनी चाहिए। समय-समय पर रिफिल कराया होना भी अनिवार्य। समय-समय पर फायर ड्रिल कराई जाए और इसके लेखा जोखा भी रखें। इमरजेंसी एग्जिट भी आसानी से हमेशा खुला रहे। जारी निर्देश के पालन की जिम्मेदारी संस्था प्रमुख की होगी। किसी भी चूक के लिए वे व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार होंगे। इनकी जांच के लिए औचक निरीक्षण किए जाएंगे। इस दौरान यदि कोई अनियमितता पाई जाती है, तो ऐसे संस्थानों को तुरंत बंद कर दिया जाएगा। संचालकों के खिलाफ विधि सम्मत कार्रवाई भी की जाएगी।
भोपाल में हो चुका हादसा
आपको बता दें कि झांसी के के रानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज अस्पताल के NICU में आग लगने के कारण 10 नवजात शिशुओं की जान चली गई है। यह भी बता दें कि बीते तीन साल पहले भोपाल के हमीदिया में बने कमला नेहरू गैस राहत हॉस्पिटल में भी आग लगने की घटना हुई थी। इस हादसे में 7 बच्चे जिंदा जल गए थे।