रायपुर: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नगर निगम महापौर पद के लिए कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने अपने प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर दिया है। बीजेपी ने मीनल चौबे को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने दीप्ति दुबे को मैदान में उतारा है। यह मुकाबला टक्कर की होने की संभावना जताई जा रही है। बीजेपी की प्रत्याशी मीनल चौबे इससे पहले तीन बार पार्षद रह चुकी हैं, जबकि कांग्रेस की प्रत्याशी दीप्ति दुबे पहली बार चुनावी मैदान में हैं, हालांकि वह एक समाजसेवी के रूप में सक्रिय रही हैं। तो चलिए सबसे पहले जानते हैं मीनल चौबे और दीप्ति दुबे की सियासी सफर...
तीन बार पार्षद रह चुकी हैं मीनल चौबे :
बीजेपी ने मीनल चौबे को चुनावी मैदान में उतारा है, जो तेजतर्रार महिला नेत्री के रूप में जानी जाती हैं। वह तीन बार बीजेपी की पार्षद रह चुकी हैं और वर्तमान में रायपुर नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष तथा सीनियर पार्षद के रूप में कार्यरत हैं। रायपुर नगर निगम के महापौर पद के लिए उनकी दावेदारी पहले से ही काफी मजबूत मानी जा रही थी।
53 वर्षीय मीनल चौबे ने स्नातक की शिक्षा प्राप्त करने के बाद संगठन में भी सक्रिय भूमिका निभाई है। उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से छात्र राजनीति में कदम रखा और लूना पर सवार होकर कॉलेज की छात्राओं की मांगों को लेकर हर जगह डटी रहीं। वह भाजपा महिला मोर्चा में आंदोलन, धरना-प्रदर्शन के जरिए लगातार सक्रिय रहीं। पिछले दो दशकों से राजनीति में सक्रिय मीनल ने बीजेपी जिला की कमान संभालने के साथ-साथ प्रदेश पदाधिकारी का दायित्व भी निभाया है। हर चुनाव में अपने वार्ड से बीजेपी को बड़े अंतर से विजय दिलाने में उन्होंने सफलता हासिल की है।
कांग्रेस प्रत्याशी दीप्ति पहली बार लड़ रहीं चुनाव:
कांग्रेस ने दीप्ति दुबे को महापौर पद का प्रत्याशी बनाया है, जो इस चुनाव में पहली बार प्रत्याशी के तौर पर उतरी हैं। दीप्ति सामाजिक कार्यों में सक्रिय रही हैं और 2014 से कांग्रेस में जुड़ी हुई हैं, जहां उनकी महिलाओं के बीच मजबूत पकड़ है। वह विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी सक्रिय रूप से कैंपेनिंग कर चुकी हैं। दीप्ति ने सामाजिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से विभिन्न समुदायों में अपनी गहरी छाप छोड़ी है और इसके साथ ही वह एक मेंटल हेल्थ क्लीनिक की संचालिका भी हैं।
कांग्रेस प्रत्याशी दीप्ति दुबे वर्तमान सभापति प्रमोद दुबे की पत्नी हैं। दीप्ति ने मास्टर्स इन साइकोलॉजी के साथ एमए हिंदी साहित्य की पढ़ाई की है और वर्तमान में पीएचडी कर रही हैं। पत्रकारिता में डिप्लोमा होने के साथ-साथ वह मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में भी सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। अब पार्टी ने उन्हें अपना उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में, दोनों प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल सकती है।
सियासी समीकरण:
बता दें कि रायपुर शहर की चारों विधानसभा सीटों पर बीजेपी का कब्जा है। राज्य में सत्तासीन बीजेपी रायपुर नगर निगम की सीट को जीतने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी। ऐसे में कांग्रेस की उम्मीदवार दीप्ति दुबे के लिए राह आसान नहीं है। हालांकि, रायपुर नगर निगम के पूर्व मेयर और सभापति रह चुके उनके पति प्रमोद दुबे ने रायपुर में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उस पहचान और मेयर के रूप में उनके द्वारा किए गए कार्यों का लाभ दीप्ति दुबे को मिल सकता है।