रिपोर्टर - इमरान खान
नारायणपुर। नारायणपुर सीमावर्ती क्षेत्र जंगल पहाड़ी में प्रतिबंधित माओवादी संगठन सीपीआई (एम) के सदस्य, माड़ डिविजन कमेटी, पीएलजीए प्लाटून नम्बर 32 एवं इन्द्रावती एरिया कमेटी इत्यादि के शीर्ष नक्सलियों के आसूचना पर नक्सल विरोधी अभियान पर निकली जिला दंतेवाड़ा, नारायणपुर, बस्तर, कोण्डागांव की डीआरजी एवं एसटीएफ की संयुक्त पार्टी द्वारा पेट्रोलिंग पर निकली हुई थी। पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि इसी दौरान 4 जनवरी को लगभग 3:30 बजे ग्राम गट्टाकाल के जंगल पहाड़ में पुलिस पार्टी और माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई, जो देर रात तक लगातार चलती रही।
कुल 21 लाख के ईनामी माओवादी
पुलिस अधीक्षक दंतेवाड़ा गौरव राय, पुलिस अधीक्षक नारायणपुर प्रभात कुमार, उप पुलिस महानिरीक्षक दंतेवाड़ा रेंज कमलोचन कश्यप ने बताया कि फायरिंग बंद होने पर सभी टीमों द्वारा सर्च करने पर 02 महिला एवं 03 पुरूष माओवादी कुल 05 सशस्त्र वर्दीधारी माओवादियों का शव बरामद हुआ। मुठभेड़ में मारे गये माओवादियों की पी.पी.सी.एम. पीएलजीए प्लाटून नंबर 32 के सदस्य देवसिंह, दिनेश, सुमती उर्फ कमला उर्फ कविता, सुकमती एवं गट्टाकाल मिलिशिया कमाण्डर महेश उर्फ लच्छू पुंगाटी के रूप में पहचान हुई। मारे गयें माओवादियों पर कुल 21 लाख के ईनामी माओवादी शामिल हैं।
मुठभेड़ में मारे गये नक्सलियों के नाम, पद व पता
1. नाम- देवसिंह, पद- पी.पी.सी.एम. प्लाटून नम्बर 32 सदस्य, (05 लाख ईनामी) पता- जिला बीजापुर ।
2. नाम- दिनेश, पद- पी.पी.सी.एम. प्लाटून नम्बर 32 सदस्य, (05 लाख ईनामी) पता- दक्षिण बस्तर।
3. नाम- सुमती उर्फ कमला उर्फ कविता, पद- पी.पी.सी.एम. प्लाटून नम्बर 32 सदस्य, (05 लाख ईनामी) पता- करांचा तहसील अहेरी जिला गढ़चिरौली, महाराष्ट्र।
4. नाम- सुकमती, पद- पी.पी.सी.एम. प्लाटून नम्बर 32 सदस्य, (05 लाख ईनामी) पता- जिला बीजापुर।
5. नाम- महेश उर्फ लच्छू पुंगाटी, पद- गट्टाकाल मिलिशिया कमाण्डर, (01 लाख ईनामी) पता- मेटावाड़ा।
मुठभेड़ के बाद बरामद हथियार/सामाग्री
1. एके-47 - 01 नग एवं 20 नग राउण्ड और मैग्जीन 02 नग।
2. एसएलआर - 02 नग एवं 35 नग राउण्ड और मैग्जीन 04 नग।
3. 8 एम.एम रायफल - 01 नग एवं 07 नग राउण्ड और मैग्जीन 08 नग।
4. 12 बोर रायफल 01 नग।
5. भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, नक्सल साहित्य एवं अन्य दैनिक उपयोगी सामान बरामद।
पुलिस महानिरीक्षक बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. द्वारा बताया गया कि द्वारा बताया गया कि प्रतिबंधित एवं गैर कानूनी सीपीआई माओवादियों संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा और कोई विकल्प नही बचा है इसलिए माओवादी संगठन से अपील है कि वे तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्य धारा में जुडे़ अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहे l