रिपोर्टर - उमेश यादव
कोरबा। कोरबा के ढोढ़ीपारा में संचालित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। प्रबंधन द्वार एक मासूम बच्ची की खून की जांच रिपोर्ट गलत सौंप दी गई। निजी अस्पताल में जांच कराने के बाद मामला का खुलासा हुआ जिसके बाद परिजन काफी आक्रोशित है।
12 ग्राम खून को बताया 3 ग्राम
कोरबा में सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल एक बार फिर से खुल गई है। ढोढ़ीपारा स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में एक मासूम बच्ची की खून की जांच की रिपोर्ट गलत बता दी गई। तुलसी नगर निवासी एक दंपत्ती अपनी मासूम बच्ची की सेहत खराब हाने की स्थिती में उसका उपचार कराने स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा। जहां उसकी खून की जांच की गई और उसके शरीर में खून की मात्रा 3 ग्राम होने की रिपोर्ट दी गई और उसे मेडिकल कॉलेज में भर्ती करने की सलाह दे दी गई। शरीर में खून की कमी होने की बात सुनकर परिजन घबरा गई और तसल्ली के लिए निजी अस्पताल में एक बार फिर से खून की जांच कराए जहां उसके शरीर में खून की मात्रा 12 ग्राम की रिपोर्ट आई। अस्पताल की इस लापरवाही से परिजन काफी आक्रोशित हैं और प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे है।
तकनीकी खामी का हवाला देकर पल्ला झाड़ा
इस संबंध में हमने अस्पताल प्रबंधन से बात की तब उन्होंने तकनीकी खामी का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ दिया। उनका कहना है, कि मशीन की गलती के कारण यह सब कुछ हुआ है। सरकारी अस्पतालों को लेकर लोगों की राय वैसे ही अच्छी नहीं है ऐसे में इस तरह की गलतियां सामने आएगी,तो लोगों को सरकारी अस्पतालों से भरोसा ही उठ जाएगा। लिहाजा इस तरह की लापरवाही से प्रबंधन को बचने की जरुरत है।