Madhya Pradesh Congress: लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज किए जाने के बाद से सियासत तेज हो गई है। चुनाव लड़ने के लिए पैसे चाहिए, लेकिन कांग्रेस अपने बैंक अकाउंट का इस्तेमाल नहीं कर सकती। ऐसे में पार्टी ने नया तरीका अपनाया है। माना जा रहा है कि इस बार कांग्रेस क्राउड फंडिंग के जरिए चुनाव लड़ने वाली है।
दरअसल, मध्य प्रदेश में कांग्रेस 'एक वोट एक नोट' अभियान चलाने जा रही है, जिसके जरिए जनता से चंदा इकट्ठा करेगी। यह अभियान रविवार 31 मार्च से शुरू हो रहा है और पीसीसी चीफ जीतू पटवारी इसकी शुरुआत करेंगे।
जनता तक लेकर जाएंगे खाते फ्रीज होने का मुद्दा
जीतू पटवारी का प्लान है कि सभी कांग्रेस नेता अब मतदाताओं से जुड़ेंगे और खाते सीज करने का मुद्दा उन तक लेकर जाएंगे। इसी के साथ आईटी डिपार्टिमेंट के कांग्रेस को दिए गए 1823 करोड़ के नोटिस को भी पार्टी चुनावी मुद्दा बनाने जा रही है।
देश भर में कांग्रेस का विरोध प्रदर्शन
गौरतलब है कि आयकर विभाग ने कांग्रेस को 1823.08 करोड़ रुपये का नोटिस जारी किया है। कांग्रेस ने यह भी दावा किया है कि आईटी डिपार्टमेंट ने बैंक अकाउंट से 135 करोड़ रुपये निकाले हैं। इसको लेकर कांग्रेस ने देश भर में विरोध प्रदर्शन किया है। इसी के साथ, कांग्रेस के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
कांग्रेस नेताओं ने राष्ट्रपति को सौंपा ज्ञापन
जानकारी के लिए बता दें कि 1823.08 करोड़ रुपये जुर्माने का नोटिस जारी किए जाने के खिलाफ कांग्रेस के नेताओं ने यूपी के प्रयागराज जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है। ज्ञापन में कहा गया है कि आयकर विभाग ने देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी को चुनाव के समय में आर्थिक रूप से अक्षम बनाने की मंशा से यह एक्शन किया है।