MADHYA PRADESH : दरअसल पूरा घटनाक्रम तब शुरू हुआ जब आशिक पटेल के यहां एक युवती अकाउंटेंट के पद पर कार्यरत थी। तभी आशिक उससे प्यार करने लगा। युवती का रुपेश बिरला नाम के युवक जो की ग्राम सेलदा का निवासी था जिससे 3 सालो से युवती का प्रेम सम्बन्ध था यह बात आशिक को पता चला तो उसे यह बात नागवार गुजरी। उसने अपने पांच दोस्तों के साथ रुपेश को मौत के घाट उतार दिया ।11 अक्टूबर की देर रात को रुपेश के परिजनों ने थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई। 12 अक्टूबर को युवती ने भी आशिक पर छेड़छाड़ का केस दर्ज करवाया था। उसने आशिक पर रुपेश को अगवा करने का आरोप भी लगाया। आशिक ने उसे धमकी दी थी वो रुपेश को जान से मार देगा। युवती की शिकायत पर पुलिस ने तुरंत आशिक को हिरासत में लिया।पुलिस ने आशिक पटेल से सख्ती से पूछताछ की तो उसने युवक की हत्या करना कबूल कर लिया। आशिक के साथ उसके पांच दोस्त भी हत्याकांड में शामिल थे। पुलिस ने उन पांचों युवकों को थाने लाकर पूछताछ की। आरोपियों ने बताया कि उन्होंने रुपेश के शव को कॉलोनी में नाले के किनारे गाड़ दिया था। शव जल्दी गलकर नष्ट हो जाए, इसके लिए 15 किलो नमक डाला, मिट्टी और घास-फूस डालकर उस जगह को सीमेंट कंक्रीट से पक्का कर दिया था।रुपेश बिरला हत्याकांड के मास्टरमाइंड आशिक पटेल के ठिकानो पर मध्य प्रदेश प्रशासन ने बुलडोज़र चला दिया हैं आशिक पटेल कांग्रेस नेता है। इसके पिता अल्लानूर पटेल पूर्व में धन्नड के सरपंच भी रह चुके हैं। आशिक ने अतिक्रमण कर बिल्डिंग में कमरों को किराए पर दे रखा था। तीन मंजिला इमारत को जमींदोज करने में 2 दिन लगे। इस बिल्डिंग में 250 कमरे थे। प्रशासन ने इंदौर नगर निगम से 10 जेसीबी और बड़ी पोकलेन मशीन मंगवाकर अतिक्रमण तोड़ा। आशिक ने करीब 35 हजार वर्ग फीट शासकीय जमीन पर कब्जा कर रखा था, जिसकी कीमत 10 करोड़ रुपए है। इससे पहले 200 परिवारों शिफ्ट किया गया। ये जिले की सबसे बड़ी कार्रवाई है।