भोपाल : सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मध्य प्रदेश में भोपाल गैस त्रासदी के कचरे को जलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह कचरा तीन चरणों में जलाया जायेगा। इसी कड़ी में पहले चरण की शुरुआत आज हो गई है। तो वही कचरे को लेकर एक बार फिर प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है। पीथमपुर स्थित रामकी संयंत्र में जहरीले कचरे को जलाने को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि रामकी कंपनी के आस-पास के 10 किलोमीटर के भू जल में कैंसर के तत्व है। जो की काफी हानिकारक है।
रामकी कंपनी के आस-पास के जल की जांच की मांग
पटवारी ने आगे कहा कि प्रदेश की जनता ने बीजेपी को मत दिया राजा बनाय, तो वही बदले में बीजेपी ने कोरोना काल के दौरान यातनाएं दी, कैंसर का कचरा दिया, भ्रष्टाचार का जहर दिया... हम(विपक्ष) अपना दायित्व निभाएंगे लेकिन आपका सहयोग चाहिए। जीतू ने कहा कि 10 किलोमीटर के भू जल की जांच की जाए अगर उसमें कैंसर के तत्व नहीं मिलेंगे तो मैं सार्वजनिक माफी मांगूगा..."
मैं सार्वजनिक माफी मांगूगा - जीतू पटवारी
पीसीसी चीफ ने आगे कहा कि "यूनियन कार्बाइड के कचरे को लेकर सरकार कोर्ट का बहाना बना रही है... यदि सरकार इस कचरे को उठाकर वहां(इंदौर के पीथमपुरा) लेकर गई तो इसका अर्थ है कि इसके पीछे सरकार और सरकारी नेताओं के आर्थिक हित छिपे हुए थे। इंदौर शहर ने लगातार उन्हें(भाजपा को) सांसद दिए, विधायक दिए और महापौर दिए लेकिन भाजपा ने इसके बदले भावी पीढ़ी को कैंसर दिया है... मैं स्थानीय नेताओं और प्रशासन को चुनौती देता हूं... रामकी कंपनी के आस-पास के 10 किलोमीटर के भू जल की जांच कीजिए और देखिए कि उसमें कैंसर के तत्व हैं या नहीं। अगर तत्त्व नहीं मिले तो में मैं सार्वजनिक रूप से माफी मांगूगा..."