एपल ने अपनी नई आईफोन 16 सीरीज के प्रो-मॉडल की असेंबली भारत में शुरू करने की योजना की घोषणा की है। यह निर्णय तमिलनाडु के श्रीपेरंबदूर स्थित फॉक्सकॉन प्लांट में ‘न्यू प्रोडक्ट इंट्रोडक्शन’ की प्रक्रिया के माध्यम से लागू किया जाएगा। आईफोन 16 प्रो और प्रो मैक्स के उत्पादन के लिए फॉक्सकॉन ने कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना भी शुरू कर दिया है। इस कदम के साथ, एपल ने भारत को अपनी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बना दिया है, और यह उम्मीद की जा रही है कि भारतीय बाजार में ये नए मॉडल लॉन्च के दिन ही उपलब्ध होंगे।
भारत में आईफोन की मैन्युफैक्चरिंग का विस्तार
एपल का यह कदम भारत में अपने उत्पादन को विविधता देने और चीन के बाहर विनिर्माण को बढ़ावा देने के प्रयासों का हिस्सा है। भारत में उच्च स्पेसिफिकेशन वाले आईफोन प्रो और प्रो मैक्स मॉडल का निर्माण, एप्पल की आपूर्ति श्रृंखला में भारत की भूमिका को महत्वपूर्ण बनाता है। इसके अलावा, यह कदम भारत में रेवेन्यू के स्रोत को भी शिफ्ट करने का संकेत देता है, जिससे भारतीय बाजार के महत्व को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।
भारत सरकार की पीएलआई योजना का प्रभाव
एपल की निर्माता कंपनी भारत सरकार की 41,000 करोड़ रुपये की उत्पादन-लिंक्ड प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) का हिस्सा है। यह योजना भारत में विदेशी कंपनियों को स्थानीय विनिर्माण के लाभ प्रदान करने के साथ-साथ प्रोत्साहन अर्जित करने का अवसर देती है। 2020 में शुरू की गई इस योजना ने भारत में आईफोन के निर्माण को तेजी से बढ़ावा दिया है, और इसके प्रभावी परिणाम अब दिखने लगे हैं। पीएलआई योजना ने भारत को एक प्रमुख निर्माण केंद्र के रूप में स्थापित किया है, जो विदेशी निवेश को आकर्षित करने में मदद कर रहा है।
आईफोन निर्माण का इतिहास और भविष्य
एपल ने 2017 में आईफोन एसई के साथ भारत में अपने निर्माण की शुरुआत की थी। इसके बाद से, आईफोन 11, आईफोन 12, आईफोन 13 और हाल ही में आईफोन 15 के मॉडल भी भारत में बनाए गए हैं। एपल के तीन प्रमुख इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण सेवा (ईएमएस) साझेदार हैं- फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन। हाल ही में, विस्ट्रॉन के भारतीय कारोबार को टाटा ने खरीद लिया है, जो भारतीय विनिर्माण के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम है।
वित्तीय प्रभाव और भविष्य की संभावनाएं
वित्त वर्ष 2024 में, एपल इंडिया के परिचालन का मूल्य 1.97 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जबकि वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान भारत में एपल की बिक्री ने रिकॉर्ड 33 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है। यह बढ़ती हुई बिक्री और उत्पादन की दरें भारतीय बाजार के विकास की दिशा को स्पष्ट करती हैं और दर्शाती हैं कि भारत वैश्विक टेक्नोलॉजी आपूर्ति श्रृंखला में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।