Health Tips: इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting) अधिकांश अन्य डाइट के विपरीत खाने के समय पर निर्भर करती है न कि क्या खाना चाहिए। ये एक डाइट प्रोग्राम (Diet Program) से ज्यादा, एक खाने का प्लान (Diet Plan) है। जिसमें एक दिन में एक निश्चित टाइम में खाना खाते हुए कुछ घंटों के लिए उपवास करना या वैकल्पिक दिनों में उपवास करना या एक सप्ताह में कुछ दिनों के लिए कैलोरी को प्रतिबंधित करना शामिल है, जबकि आप अन्य दिनों में सामान्य रूप से भोजन कर सकते है। ये इस पर आधारित है कि कौन सी इंटरमिटेंट फास्टिंग फॉलो की जा रही है।
अगर सही तरीके से किया जाए तो इंटरमिटेंट फास्टिंग कई प्रकार के लाभ प्रदान कर सकती है। ये वजन और आंत के फैट को कम करने और टाइप 2 डायबिटीज के खतरे को कम करने में मदद करती है। यह शरीर में इंफ्लेमेशन को कम करने और हार्ट हेल्थ के लिए भी अच्छी मानी जाती है। जानवरों पर की गई कई स्टडीज में इंटरमिटेंट फास्टिंग कैंसर को रोकने, मेंटल हेल्थ को बढ़ावा देने और अल्जाइमर रोग को रोकने में काफी असरदार साबित हुई है। वहीं इंटरमिटेंट फास्टिंग पर की गई अन्य स्टडी में सामने आया है कि ये पुरुष और महिलाओं पर अलग- अलग असर डालती है। इसमें सामने आया है कि फास्टिंग का यह पैटर्न महिलाओं के स्वास्थ्य पर कई तरह से निगेटिव असर डाल सकता है। यहां हम आपको इंटरमिटेंट फास्टिंग के महिलाओं की हेल्थ पर पड़ने वाले हानिकारक प्रभाव से अवगत कराएंगे...
- इंटरमिटेंट फास्टिंग के कारण कई महिलाओं में शुगर कंट्रोल होनें के बजाए बढ़ने के नतीजे सामने आए हैं।
- एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि महिलाओं में कैलोरी को सीमित करने से हाइपोथैलेमस प्रभावित होता है जो बदले में एलएच (LH) और एफएसएच (FSH) को नियंत्रित करने वाले जीएनआरएच (GnRH) की रिलीज को बाधित कर सकता है। जिसके कारण अंडाशय के कम्यूनिकेशन में भी बाधा आती है और अनियमित पीरियड्स और बांझपन जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
- इंटरमिटेंट फास्टिंग महिलाओं में कोर्टिसोल को 50 प्रतिशत तक बढ़ा सकता है, इसलिए तनाव प्रतिक्रियाओं को बदतर बना देता है। ये कुशिंग सिंड्रोम जैसी स्थितियों को भी बढ़ावा देता है।
- यह देखा गया है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग वास्तव में महिलाओं को आवश्यक पोषण प्राप्त करने से रोक सकती है, खासकर जब खाने की विंडो सिर्फ 4 घंटे की हो।
नोट: यहां दी गई जानकारी सामान्य लेखों पर आधारित है, इन्हें विशेषज्ञ की सलाह के तौर पर न लें।