Russia: भारत और चीन रूस के सप्ताह भर चलने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यास में हिस्सा लेने वाले कई देशों में शामिल हैं, जो देश के पूर्व ओर, गुरुवार को होने वाले हैं। जबकि भारत ने पहले भी रूस में बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास में भाग लिया हुआ है - एक भारतीय दल सितंबर 2021 में आयोजित जैपद सैन्य अभ्यास का हिस्सा भी रह चूका है, रूस में एक से सात सितंबर तक होने वाले सैन्य अभ्यास ‘वोस्तोक 2022 में हिस्सा लेने के लिए भारतीय सेना की टुकड़ी मास्को पहुंच गई है। इस सैन्य अभ्यास में भारत, रूस और चीन समेत कई देशों के 50 हजार से अधिक सैनिक हिस्सा लेंगे।
नई दिल्ली में ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के प्रतिष्ठित ‘मनोज जोशी’ ने कहा, "रूस में अभ्यास में भारत की भागीदारी असामान्य नहीं है, लेकिन इस बार वे एक राजनीतिक मुद्दा भी बना रहे हैं।" "नई दिल्ली इस बात पर जोर दे रही है कि वह यूक्रेन संकट के मद्देनजर अपनाई गई स्वतंत्र स्थिति का पालन करेगी और यू.एस. और रूस के बीच तटस्थ बनी रहेगी।"
रूस की सरकारी समाचार समिति ‘तास’ ने अपनी एक रिपोर्ट में रूसी रक्षा मंत्रालय के हवाले से कहा है कि ‘वोस्तोक 2022 में हिस्सा लेने वाले देशों की सेनाओं को रक्षात्मक और आक्रामक अभियानों के गुर सीखने का अवसर मिलेगा। यह अभ्यास सात अलग-अलग स्थानों पर किए जाएंगे। रिपोर्ट में कहा गया है कि यह सामरिक गतिविधि 50 हजार सैनिकों, 140 विमान, युद्ध से जुड़े पांच हजार साजो सामान एवं सैन्य उपकरण, 60 युद्धपोत तथा अन्य जहाजों के साथ होगी। रिपोर्ट के अनुसार, इस सैन्य अभ्यास में चीन, भारत, लाओस, मंगोलिया, निकारागुआ, सीरिया और पूर्व सोवियत देश हिस्सा ले रहे हैं।
बता दे की व्हाइट हाउस ने बुधवार को कहा है कि “यूक्रेन के साथ युद्ध छेड़ने वाले रूस के साथ किसी भी अन्य देश का सैन्य अभ्यास करना उसके लिए चिंताजनक है।“ व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जीन पियरे ने एयर फोर्स वन विमान पर कहा।