कुश अग्रवाल// बलौदा बाजार: वन मंडल अंतर्गत अर्जुनी एवं बल्दाकछार वन परिक्षेत्र और आसपास के जंगलों में रोजाना तेजी के साथ पेड़ो की अवैध कटाई की जा रही है। जिससे जंगल में हरे-भरे पौधों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। पेड़ों की कटाई के कारण वन परिक्षेत्र कम होता जा रहा है।
पहले जंगल काफी हरे-भरे हुआ करते थे, लेकिन इसमें आज कमी आ चुकी है। अधिकारियों के पास शिकायत के बावजूद जंगल की कटाई पर वन विभाग रोक लगाने में असमर्थ दिखाई दे रहा है। लकड़ी माफिया जंगल में एक जगह कटाई नहीं कर रहे है, बल्कि अलग जगह दूरी बनाकर पेड़ो की कटाई कर रहे है, जिससे विभाग को पता न चले।
बलौदा बाजार के सामान्य वन मंडल के अर्जुनी, मुढ़ीपार पिपरछेड़ी गांव के आसपास सागौन सहित अन्य पेड़ों की कटाई लगातार की जा रही है। बेरोक-टोक कटाई के चलते लकड़ी माफिया जंगलों में लगातार सक्रिय बने हुए हैं। स्थानीय ग्रामीणों की मानें तो वन विभाग के संरक्षण में लकड़ी माफिया पनप रहा है। पिछले कई महीनों से जंगल में पेड़ों की कटाई चल रही है।
क्षेत्र के जंगलों में पौधरोपण के लिए वन विभाग अधिकारियों को टारगेट दिया जाता है। वहीं अधिकारी पौधारोपण में लाखों रुपए खर्च कर पौधे रोपे जाते हैं, लेकिन उनकी देखरेख और सुरक्षा को लेकर ध्यान नहीं दिया जाता है। इसके अलावा जंगलों में खड़े पेड़ों की देखरेख वन विभाग द्वारा की जाए तो जंगल को काफी हद तक बचाया जा सकता है।