महाकुंभ भगदड़ : भारत की जनसंख्या बहुत अधिक है और अक्सर धार्मिक आयोजनों, त्योहारों, रेलवे स्टेशनों, राजनीतिक रैलियों या बड़े कार्यक्रमों में भारी भीड़ जमा हो जाती है। कई बार भगदड़ हो जाती है, जिससे जान का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में खुद को सुरक्षित रखने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
भीड़ में गिरने से बचें
भीड़ में सबसे बड़ा खतरा गिरने से होता है। अगर आप गिर गए तो उठ पाना मुश्किल हो सकता है। अगर गिर जाएं, तो तुरंत करवट लेकर पेट के बल होने की कोशिश करें, करें, ताकि शरीर के नाजुक अंग सुरक्षित रहें। पीठ शरीर का मजबूत हिस्सा होता है, जो दबाव झेल सकता है, इसलिए इसे बचाने का प्रयास करें।
बरते ये सावधानी
भीड़ में फंसने से पहले आपको सावधानी बरतनी जरूरी है। जहां बहुत अधिक भीड़ हो, वहां जाने से पहले स्थिति का आकलन करें। अगर भीड़ अधिक क्षेत्र में फैली हुई है और बहुत घनी है, तो प्रवेश करने से बचें। यदि कोई और रास्ता हो, तो उसे चुनें या भीड़ कम होने का इंतजार करें।
भीड़ के बीच में न घुसें
जहां अधिक भीड़ है तो वहां कोशिश करे की अंदर नहीं जाएं। भीड़ के किनारे रहने की कोशिश करें। किसी दीवार, पोल या ठोस चीज को पकड़कर आगे बढ़ें। केंद्र में फंसने से बचें, क्योंकि वहां गति भीड़ के नियंत्रण में आ जाती है। यदि आप भीड़ में फंस जाएं, तो उसकी दिशा में ही आगे बढ़ें। भीड़ के विपरीत जाने की कोशिश न करें, क्योंकि इससे संतुलन बिगड़ सकता है और गिरने की संभावना बढ़ जाती है।
पैरों की स्थिति स्थिर रखें
भीड़ वाले इलाकों में चलते समय पैरों के बीच हल्का गैप रखें, ताकि शरीर स्थिर बना रहे। बहुत पास-पास पैर रखने से संतुलन बिगड़ सकता है और गिरने की संभावना बढ़ सकती है। भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से पहले सोच-समझकर निर्णय लें। अगर कोई स्थान बहुत ज्यादा भरा हुआ दिख रहा है, तो वहां जाने का प्लान टालना ही बेहतर है।
कहीं भी हो सकती है भगदड़
धार्मिक स्थलों, रेलवे स्टेशनों, स्टेडियम, मॉल, न्यू ईयर सेलिब्रेशन, टूरिस्ट प्लेसेज, सभाओं, मेले में भीड़ बढ़ सकती है। किसी भी अनजान भीड़ में घुसने से पहले सतर्क रहें।
सोशल मीडिया पर न करें भरोसा
फेसबुक या अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से सही अंदाजा नहीं लगाया जा सकता कि किसी स्थान पर कितनी भीड़ होगी। स्थिति का सही आकलन करने के लिए मौके पर पहुंचकर निर्णय लें। भीड़ से थोड़ी दूरी बनाए रखें और जरूरत पड़ने पर इंतजार करें। जान है तो जहान है कभी भी अपनी सुरक्षा को नजरअंदाज न करें।