बालाघाट : मध्यप्रदेश के बालाघाट में पानीपूरी खाने से 50 से अधिक लोग गंभीर रूप से बीमार हो गए। जिन्हे आनन फानन में परिजनों ने एम्बुलेंस के माध्यम से अस्पताल में भर्ती करवाया। इन मरीजों में महिला, पुरुष के साथ साथ बच्चे भी शामिल है। डॉक्टर ने सभी मरीजों में फूड पायजनिंग की पुष्टि की है। फूड पायजनिंग के चलते 4 बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है। जिनपर डॉक्टर की टीम विशेष निगरानी रख रही है। वही इस मामले के सामने आने के बाद खाद्य विभाग भी हरकत में आ गई है। विभाग ने स्ट्रीट फ़ूड जैसे की पोहा दुकान, गुपचुप ठेले समेत खाद्य प्रतिष्ठानों की जांच शुरू कर दी है।
खाद्य विभाग ने 11 प्रतिष्ठानों का लिया फ़ूड सैंपल
इतना ही नहीं खाद्य विभाग ने 11 प्रतिष्ठानों से फ़ूड सैंपल भी लिए है। जिनमे से 06 प्रतिष्ठानों पर की सीलबंद कार्यवाही भी की गई है। बताया जा रहा है कि जिस दुकान से लोगों ने पानीपूरी खाई है। वह बिना लायसेंस के संचालित हो रही थी। जिस पर जुर्माना के साथ कार्रवाई की गई। इसके साथ ही ग्राम रट्टा के मरीजों से मिलने परसवाड़ा विधायक मधु भगत अस्पताल पहुचे। जहां उन्होंने डॉक्टर्स से मरीजों की स्वास्थ्य की जानकारी ली। इसके साथ ही डॉक्टरों को समुचित उपचार करने के भी निर्देश दिए। इस दौरान कलेक्टर ,एसपी और अधिकारियों का दल मौके पर मौजूद रहे।
जानें क्या है पूरा मामला
बता दें कि कुछ दिन पहले ग्राम रटटा में उसी ग्राम के एक युवक ने पानीपुरी की दुकान लगायी थी। जिसके पास में ग्रामीणों व बच्चों ने एक दिन पहले 23 जनवरी की शाम में गुपचुप / पानी पुरी खाई थी. जिसे खाने के बाद देर रात कुछ लोगों की तबियत खराब होने लगी. इसमें ज्यादात्तर लोगों को उल्दी व दस्त के साथ ही चक्कर आने की शिकायत हुई. दोपहर में इनकी सूचना होने पर एम्बुलेंस तो किसी को निजी वाहन से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मरीजों में 17 से अधिक बच्चे शामिल है, जिन्हे शिशु वार्ड में भर्ती किया गया है । तो वहीं, मेडिकल वार्ड में दर्जन भर ग्रामीणों को भर्ती कराया गया है।