भोपाल। ग्वालियर के रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में सबसे अधिक निवेश अडाणी ग्रुप करने जा रहा है। अडाणी ग्रुप के करण अडाणी ने कहा कि ग्वालियर में यह कॉन्क्लेव आर्थिक प्रगति को बढ़ाएगी। उन्होंने बताया कि अडाणी ग्रुप प्रदेश में गुना और शिवपुरी में दो नई औद्योगिक इकाइयां शुरू करेगा। शिवपुरी में 2500 करोड़ रुपए की लागत से रक्षा क्षेत्र में और गुना में 500 करोड़ रुपए की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट शुरू की जाएगी। बदरवास में भी जैकेट निर्माण इकाई शुरू करेंगे, जिससे महिलाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा।
यहां निर्मित जैकेट विश्व के कोने-कोने तक जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्री कान्क्लेव के शुभारंभ मौके पर 1586 करोड़ रुपए की लागत से प्रदेश में 47 नई औद्योगिक इकाइयों का सिंगल क्लिक से लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में उद्योगों के विकास के लिए अनुकूल नीतियों, वातावरण के साथ प्रशासनिक स्तर पर विनम्रता की भी भूमिका रहेगी। सकारात्मक मनोवृति के साथ औद्योगिक इकाइयों की स्थापना के प्रयास किए जा रहे हैं।
कहने के लिए यह कॉन्क्लेव रीजनल, पर यह राज्य स्तरीय: यादव ने एमएसएमई की उद्योग विकास की संभावनाओं पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि रीजनल कॉन्क्लेव कहने को रीजनल है, लेकिन यह कॉन्क्लेव राज्य स्तरीय है। इन इकाइयों के प्रांरभ होने से स्पंदन पूरे प्रदेश में होना है। उन्होंने कहा की अनुकूलता से उद्यमशीलता का विकास संभव है।
ग्वालियर ऋषियों और संगीत साधकों की भूमि रही है। उद्योग और निवेश की दृष्टि से ग्वालियर प्रमुख केंद्र रहा है। रुग्ण औद्योगिक इकाइयों की समस्याएं भी हल होना चाहिए। ऐसे अन्य मामलों के लिए जरूरी निर्णय दिए जाएंगे। जेसी मिल ग्वालियर की समस्या भी हुकुमचंद मिल की तर्ज पर हल की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीतापुर में पुलिस चौकी और औद्योगिक क्षेत्र में फायर स्टेशन भी शुरू किए जाएंगे। उन्होंने कॉन्क्लेव के आयोजन के पीछे यह भाव भी है कि उद्योगपति प्रदेश की विशेषताओं को आकर स्वयं देखें। मप्र में उद्योग स्थापना का निर्णय लें।
मंच पर 5 औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटन पत्र भी प्रदान किए गए
यादव एवं अन्य अतिथियों ने इस वर्ष की तृतीय रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का शुभारंभ किया। यह कॉन्क्लेव विरासत, इतिहास और उद्योग की थीम पर केंद्रित है। मंच पर 5 औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटन पत्र भी प्रदान किए गए। इसके साथ ही ग्वालियर-चंबल जिले के 8 जिला स्तरीय इंडस्ट्री फेसिलिटेशन सेंटर का शुभारंभ किया गया।
ये केंद्र ग्वालियर, मुरैना, भिंड, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, गुना और अशोकनगर में शुरू किए गए हैं। कॉन्क्लेव में मेक्सिको, जाम्बिया के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्वालियर में निजी क्षेत्र में बड़ा चिकित्सालय खोला जाएगा।
उद्योगपतियों ने की सराहना
अडाणी समूह के करण अडाणी ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में अनेक क्षेत्रों में नए उद्योग आ रहे हैं। रिलायंस समूह के उपाध्यक्ष विवेक तनेजा ने कहा कि मप्र में समूह की ओर से बायो गैस और एनर्जी जनरेशन क्षेत्र में निवेश का विचार है। ट्रोपो लाइट के एमडी पुनीत डावर ने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश प्रस्ताव की जानकारी दी। डावर ने 100 करोड़ के निवेश मंतव्य की जानकारी दी, जिससे करीब 500 महिलाओं को रोजगार मिलेगा।
7-8 फरवरी को भोपाल में होगी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट : राघवेंद्र सिंह
प्रमुख सचिव उद्योग विभाग राघवेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश में 121 बैठकें मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने की हैं। आने वाली 7-8 फरवरी 2025 को भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारी की जा रही है। प्रदेश में निवेश आ रहा है। मुख्यमंत्री ने पिछले दिनों में विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के 51 वर्चुअल शुभारंभ किए हैं। इससे लगभग 8300 व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजन होगा। प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला ने कहा कि प्रदेश में यूनेस्को की 14 साइट हैं, जिसमें 3 स्थायी सूची में हैं। लगभग 20 प्रमुख धार्मिक स्थलों का विकास किया जा रहा है। मप्र में 2023 में पर्यटकों की संख्या बढ़ी है, जिसका अर्थव्यवस्था पर भी अच्छा प्रभाव देखने को मिला है।
प्रमुख सचिव खनिज संजय शुक्ला ने कोयला, लाइम स्टोन, कॉपर एवं अन्य खनिजों के क्षेत्र में प्रदेश की स्थिति की जानकारी दी। मप्र डायमंड, कॉपर, मैंगनीज में प्रथम स्थान पर है। प्रदेश में देश के कुल सीमेंट उत्पादन का छठवां हिस्सा मप्र में उत्पादित होता है। कोयले में मप्र देश में चौथे स्थान पर है। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने बताया कि मप्र की प्रगति गत दशक में 11 प्रतिशत रही, जबकि आईटी क्षेत्र में प्रगति 43 प्रतिशत रही। प्रदेश के 15 में से 7 आईटी पार्क शासन के माध्यम से चल रहे हैं।