Corona in Bhopal: भोपाल। कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर अलर्ट के चलते अस्पतालों में व्यवस्थाओं को चुस्त दुरुस्त किया जा रहा है। इधर, कोरोना सैंपलों में जेएन-1 वैरिएंट की जांच के लिए एम्स, भोपाल में शुक्रवार से जीनोम सिक्वेसिंग की शुरुआत की गई। हालांकि पहले बैच की रिपोर्ट एक सप्ताह बाद आएगी। अभी जीनोम सिक्वोसिंग के लिए पर्याप्त सैंपल नहीं आ रहे हैं।
इधर, जेपी और हमीदिया अस्पताल में फीवर क्लीनिक की शुरुआत हो गई है। दोनों फीवर क्लीनिक के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को महज 21 संदिग्ध लोगों की जांच की गई। इधर, स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, प्रदेश में अभी प्रतिदिन 100 संदिग्ध मरीजों की जांच हो रही है।
एम्स में ओपीडी से लेकर आइपीडी में मरीजों की होगी जांच
इधर, एम्स प्रबंधन ने कोरोना को लेकर शुक्रवार को समीक्षा बैठक आयोजित की। इस दौराना एम्स के निदेशक ने अस्पताल में कोरोना की जांच के लिए पर्याप्त व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही ओपीडी से लेकर आईपीडी में संदिग्ध मरीज की जांच करने पर - जोर दिया गया। यही नहीं, अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड और आईसीयू की व्यवस्था करने के लिए भी अस्पताल अधीक्षक को आदेश दिए गए।
H3N2 एक मरीज हुआ डिस्चार्च, दो एक्टिव
इधर, जानकारी के अनुसार, प्रदेश में शुक्रवार को जबलपुर में एक मरीज कोरोना से रिकवर हुआ। उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। वहीं भोपाल के जेपी और जीएमसी स्थित फीवर क्लीनिक में 21 लोगों की जांच की गई है।