रिपोर्टर - देवराज दीपक
सारंगढ़ - सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले अंतर्गत आंगनबाडी केंद्रों में ना तो भवन है ना ही मेनू चाट का पालन हो रहा है ऐसे मे नैनीहालो को उचित सुविधा नहीं मिल पा रहा है. बहरहाल बच्चों को कुपोषण से दूर करने के लिए सरकार आंगनबाड़ी योजना चला रही है. जिसमें 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों के भोजन, शिक्षा और पोषण का ध्यान रखा जाता है. लेकिन कई पंचायतें ऐसी हैं जहां इन केंद्रों के ऊपर छत तक नहीं है.
किराए के मकान में बच्चे पढ़ने को मजबूर:
बता दें कि जिले के चांटिपाली स्तिथ आंगनबाडी में 4 साल से भवन नहीं होने के कारण किराए के मकान में बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं. जिस तरह से आंगनबाडी में लकड़ी का सामान स्टोर करके रखा गया है. कभी भी हादसे हो सकते हैं. कोई जहरीला सांप का अड्डा भी बन सकता है. आंगनबाड़ी केंद्र पर 0 से 6 माह तक के बच्चों, किशोरियों और गर्भवती महिलाओं के विकास की जांच की जाती हैं. यहां से इन्हें पोषाहार जिसमें दालें, लइया चना, मक्का, सत्तू, आयोडीन युक्त नमक और दलिया दिया जाता है, जिससे ये कुपोषित न रहें। लेकिन यहां पर सिर्फ खाना पूर्ति ही हो रहा है.