Bihar Politics : बिहार में क्या सरकार बदलने जा रही है? क्या नीतिश कुमार की कुर्सी चली जाएगी? क्या राज्य का मुख्यमंत्री बदलने वाला है? ऐसे सवाल अब उठने लगे है क्योंकि राज्य में बीते गुरूवार को राजनैतिक दलों मंे उठा पठक देखने मिली। संभावना जताई जा रही है कि नीतिश कुमार की पार्टी जेडीयू एनडीए में शामिल होने जा रही है? वही बीजेपी भी बैठके कर रही तो वही जेडीयू में बैठके जारी है। बिहार मंे मचे इस सियासी घमासान के बीच पटना डीएम का तबादला कर दिया गया।
खबरों के अनुसार बिहार में पांच आईएएस अधिकारियों का तबादला किया गया हैं। जिसे सरकार में बदलाव के तौर पर देखा जा रहा है। बिहार सरकार ने राजधानी पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह को हटाकर कपिल अशोक को जिम्मेदारी सौंपी दी है। वही चार जिलों के डीएम भी बदले गए है। सरकार ने चंद्रशेखर सिंह की पदोन्नति कर उन्हें राज्य का विशेष सचिव बना दिया है।
नीतीश ले सकते हैं फैसला
माना जा रहा है कि आने वाले दो दिनों में नीतिश कुमार पार्टी के भविष्य को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकते है। जेडीयू और भाजपा के बीच सीएम और डीप्टी सीएम को लेकर चर्चा चल रही है। हालंाकि जेडीयू नेता केसी त्यागी ने एनडीए में शामिल होने की बात को खारिज किया है। यह भी बता दे कि नीतिश कुमार ने ही बीजेपी के खिलाफ इंडिया गठबंधन खड़ा किया था और अब वे ही बीजेपी से सांठगांठ करने की जुगत में दिखाई दे रहे है।
बिहार की सियासी गणित
बिहार में विधानसभा सदस्यों की कुल संख्या 243 है। बहुमत के लिए किसी भी सरकार को 122 का आंकड़ा चाहिए होगा। अभी फिलहार सरकार में जेडीयू, कांग्रेस, लेफ्ट और आरजेडी शामिल है। जिसमें से जेडीयू के पास 45 सीटें, आरजेडी के पास 79, कांग्रेस के पास 19, लेफ्ट के पास 16 सीटें और एक निर्दलीय भी शामिल है। वही विपक्षी पार्टी भाजपा के पास 78 विधायक है। साथ ही बीजेपी के साथ एचएएम के 05 विधायक भी है। ऐसे में भाजपा को सरकार बनाने के लिए 40 सीटों की जरूरत होगी और यह जरूरत जेडीयू साथ आकर पूरी कर सकती है। क्योंकि जेडीयू के पास 45 सीटें है।