DGP Kailash Makwana : राजधानी भोपाल में शुरू हुए 'हम होंगे कामयाब' जागरूकता अभियान का कल समापन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डीजीपी कैलाश मकवाना ने 'हम होंगे कामयाब एक दिन' गाना गाया। उन्होंने नागरिकों को लैंगिक आधार पर भेदभाव न करने और इसे समाप्त करने की भी शपथ दिलाई।
मध्यप्रदेश शासन की महिला सुरक्षा शाखा ने लैंगिक भेदभाव समाप्त करने के लिए एक विशेष मैराथन दौड़ का आयोजन किया। एडीजी प्रज्ञा ऋचा श्रीवास्तव ने कहा कि जो हिंसा की घटनाएं घट रही हैं, चाहे शारीरिक हिंसा हो या मानसिक, बच्चों या बुजुर्गों के साथ हो रही हैं, वो नहीं होनी चाहिए। ये तभी संभव है, जब परिवार को एक संपूर्ण इकाई बनाएंगे। लैंगिक असमानता को खत्म करने की शुरुआत घर से होनी चाहिए। मां बच्चे की पहली शिक्षिका होती है, इसलिए मां की जिम्मेदारी है कि वह बच्चों को समानता का महत्व समझाएं।
पहली बार 25 विभाग एक साथ शामिल हुए
एडीजी ने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव की पहल पर पहली बार पुलिस विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग समेत 25 विभाग एक साथ शामिल हुए। कई जगहों पर शिविर लगाए गए, ड्राइविंग कैंप लगाकर लाइसेंस दिए गए। स्कूल-कॉलेज में पेंटिंग प्रतियोगिताएं और मैराथन आयोजित की गई। कॉलेज के छात्र-छात्राओं को कानून की जानकारी दी गई।
बहन-बेटियों पर हो रहे अत्याचारः महापौर
भोपाल नगर निगम की महापौर मालती राय ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार की योजना के तहत मैराथन में पुलिस विभाग की सभी बहनों ने भाग लिया। दौड़ रवींद्र भवन से शुरु होकर बोट क्लब पर समाप्त हुई। इस संदेश का उद्देश्य है कि बहन-बेटियों पर जो अत्याचार हो रहे हैं, उनको रोकने के लिए भोपाल की जनता आगे आए। बहन-बेटियों पर अत्याचार रुक सके, इसके लिए ये जन जागरण किया जा रहा है।