Congress MLA RK Dogne : मध्यप्रदेश की राजनीति में इन दिनों एक कांग्रेस विधायक का भाजपा के प्रति प्रेम उमड़ता देखने को मिल रहा है। कहने को तो माननीय कांग्रेस पार्टी के सच्चे सिपाही हैं, लेकिन विधायक जी प्रेम बीजेपी से करते दिखाई दे रहे है, लेकिन अब विधायक जी अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की रड़ार पर आ गए है। इतना ही नहीं कांग्रेस के ही कार्यकर्ता अपने ही विधायक से नाराज भी हो गए है। कार्यकर्ताओं ने अपनी ही विधायक की प्रदेश कांग्रेस और दिल्ली दरबार में एक शिकायती पत्र भेजा है।
संघ के कार्यक्रम में कांग्रेस विधायक
दरसअल, कांग्रेस पार्टी से हरदा विधायक आरके दोगने हाल ही में संघ के एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। वे आरएसएस द्वारा आयेजित स्वदेशी मेले में शामिल हुए थे। इससे पहले वे लाडली बहना योजना के कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे। कार्यक्रम के दौरान विधायक दोगने ने सरकार की लाडली योजना को सही बताया था। आरएसएस के कार्यक्रम में दोगने की उपस्थित को लेकर कांग्रेस जिलाध्यक्ष और जिले के अन्य नेताओं ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि विधायक दोगने को संघ के कार्यक्रम में जाना सही नही है। उनकी कई बार ऐसी खबरे आ चुकी है। एक कार्यक्रम में तो उन्होंने पीला पट्टा भी पहना था। उनके इस कदम से कांग्रेस कार्यकर्ता दुखी है। कार्यकर्ताओं का मनोबल अब टूटने लगा है। हमने प्रदेश और केंन्द्रीय नेतृत्व को उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा है।
विधायक से मांगा जबाव
हरदा पूर्व अध्यक्ष नगर पालिका परिषद हेमंत टाले और जिला कांग्रेस प्रवक्ता आदित्य गार्गव ने एक पत्र के माध्यम से हरदा विधान सभा के कांग्रेस विधायक आरके दोगने से राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के अनुषांगिक संगठनो द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में उनकी लगातार उपस्थिति पर आक्षेप करते हुए विधायक से अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। पत्र में आगे लिखा है कि राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत भारत की आजादी पर प्रश्न चिन्ह लगा रहे हैं। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के इसी राष्ट्र विरोधी विचारधारा के विरुद्ध कांग्रेस नेता राहुल गांधी खुला वैचारिक संघर्ष कर रहे हैं। इस परिस्थिति में कांग्रेस की टिकट पर निर्वाचित विधायक का संघ के संगठनों के कार्यक्रमों में जाने से कांग्रेस एवं गांधीवादी विचारधारा के प्रति उनकी निष्ठा में संदेह उत्पन्न करता है।
विधायक का संघप्रेम समझ से परे
कांग्रेस नेताओं ने विधायक से यह भी कहा है कि कांग्रेस संगठन ने उन्हें तीन बार विधानसभा का टिकट दिया है, समय समय पर उन्हें प्रदेश कांग्रेस के संगठन में भी महत्वपूर्ण दायित्व दिया है। वर्तमान में उन्हें म.प्र. कांग्रेस कमेटी का महासचिव बनाते हुए जबलपुर जैसे महत्वपूर्ण जिले का प्रभारी भी बनाया है। इस स्थिति में भी विधायक का संघप्रेम समझ से परे है एवं विधायक के इस कृत्य से क्षेत्र में संघ की विचारधारा से लगातार संघर्ष करने वाले कांग्रेस के जमीनी कार्यकर्ताओ का मनोबल भी कमजोर हुआ है एवं उनमे निराशा भी है। कांग्रेस नेताओ ने यह भी कहा है कि विधायक के इस कृत्य से पार्टी के प्रदेश एवं राष्ट्रीय नेतृत्व को इनके खिलाफ कार्यवाही हेतु अवगत कराया जावेगा।
भाजपा में शामिल होंगे दोगने?
मामले को लेकर अब राजनीतिक गलियारों में कई तरह की चर्चाएं होने लगी है। चर्चा है कि विधायक आरके दोगने क्या बीजेपी में जाने की जुगत में है। कांग्रेस विधायक आरके दोगने ने अपनी सफाई में कहा है कि मेरी कोई ऐसी मंशा नहीं है। जनता के हित का काम करना चाहिए। वहां मेला लगा था व्यापारी और जनता मौजूद थी। अगर कांग्रेस के लोग ही चाहते हैं तो यह अलग बात है और अगर किसी को समस्या है तो मुझसे आकर बात करें।