Sagar Bjp Politics : बीजेपी के लिये सागर जिले की आठों विधानसभा में बड़ा मजबूत गढ़ माना जाता है और अब भाजपा के इस गढ़ सेंध लगना शुरू हो गया है। यह सेंध विपक्ष पार्टी के नेता ही नहीं खुद पार्टी के नेता ही लगा रहे है। भाजपा में बयानबाजी का दौर चालू है। इतना ही नहीं इस बयानबाजी से बुंदेलखंड के दो दिग्गज नेताओं को इस कार्यक्रम से दूर देखा जा रहा है।
राजनीतिक कलह या गुटबाजी
दरअसल, आज मुख्यमंत्री मोहन यादव सागर में गौरव दिवस और झील का पुनर्विकास लोकार्पण करने पहुंचे है। सीएम मोहन के आगमन को लेकर शहर और कार्यक्रम स्थल पर लगे होर्डिंग्स और बैनरों से गोपाल भार्गव और पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह के फोटो नदारद दिखाई दिए। अब इसे बुदेलखंड की राजनीति में कलह कहें या फिर प्रशासन की लापरवाही। कहीं ऐसा तो नहीं गुटबाजी के चलते इन नेताओं को दूर कर दिया हो?
गोपाल बोले पहचान काम से होती है
एक और भूपेन्द्र सिंह सागर जिले में भाजपा को मजबूत बनाए रखने की दुहाई दे रहे है तो वही प्रदेश आलाकमान इन नेताओं से दूरी बनाता हुआ दिखाई दे रहा है। कहा ये भी जा रहा है कि दोनों नेता अपने आपको इस कार्यक्रम से दूरी बनाए दिख रहे है। आखिर ऐसा क्यों? कहीं ऐसा तो नहीं संगठन को मजबूत करने वाले इन नेताओं को पार्टी तबज्जों नहीं दे रही हो या फिर कुछ दूसरे समीकरण बयां कर रहे है। हालांकि गोपाल भार्गव ने अपने एक बयान में कहा है कि फोटो लगने से नाम नहीं बढ़ता पहचान तो काम से होती है। अब यह चर्चाओं का दौर कब तक चलता है यह देखना बाकी है।