भोपाल। अवैध वेंडरों की पहचान करने पमरे जोन अब तीनों रेल मंडलों में एक नया प्रयोग करने जा रहा है। इसमें वैध वेंडर को प्लेटफार्म के आधार पर ड्रेस कोड दिया जाएगा। स्टेशन पर जितने प्लेटफार्म होंगे, उतने रंग की यूनिफार्म होंगी, ताकि वैध के बीच अवैध वेंडर आते ही उन्हें पहचाना जा सके। इन वेंडर पर सीसीटीवी कैमरों से भी नजर रखी जाएगी। इस प्रयोग के बेहतर परिणाम सामने आए तो इस व्यवस्था को देशभर के सभी रेलवे स्टेशन पर लागू किया जाएगा। बता दें कि विगत दिनों सीनियर डीसीएम सौरभ कटारिया ने स्टॉल संचालकों से मीटिंग की थी, जिसमें इस नई व्यवस्था को लेकर सुझाव मांगे थे।
भोपाल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक पर जल्द ही इस तरह की नई व्यवस्था देखने को मिलेगी। यहां पर तैनात वेंडर को ग्रे रंग की टीशर्ट के साथ एक खास रंग का पेंट पहनने को लेकर विचार किया जा रहा है, तो वहीं दूसरे प्लेटफार्म पर तैनात वेंडरों के लिए रंग अलग-अलग होगा। साथ ही इन वेंडरों को बार कोड वाले आई कार्ड दिए गए हैं, ताकि कोई भी अधिकारी या यात्री, मोबाइल से इनके आईडी में दिखाए गए बारकोड को स्कैन करके उनकी जानकारी ले सकेगा।
अवैध वेंडरों की पहचान होगी आसान...
पमरे जोन तीन मंडलों के कुछ प्रमुख स्टेशनों पर हम एक नया प्रयोग करने जा रहे हैं, जिसमें हर प्लेटफार्म पर तैनात वेंडर की यूनिफार्म अलग होगी। इससे वैध और अवैध वेंडर की पहचान करना आसाना होगा। यह प्रयोग सफल रहा तो इसके परिणाम को बोर्ड भेजा जाएगा।
हर्षित श्रीवास्तव, सीपीआरओ पमरे जोन