भोपाल। लोकायुक्त छापे के आरोपी और आरटीओ के पूर्व प्रधान आरक्षक सौरभ शर्मा के साथी चेतन सिंह गौर ने आयकर अफसरों के सामने कहा है कि वह तो मामूली वर्कर था। इसलिए, जहां सौरभ कहता था वहीं साइन कर देता था। उसने बयान में कहा है कि उसने सौरभ को अपने नाम के दस्तावेज दे दिए थे। उसे नहीं पता था कि वह इनका क्या उपयोग कर रहा है। उसके भरोसे का फायदा उठाकर सौरभ ने दस्तावेजों का इस्तेमाल किया। अब इस मामले में सवाल यह उठ रहा है चेतन यह समझ चुका है कि वह भी इस मामले में फंस चुका है इसलिए पूरा मामला सौरभ शर्मा पर डालकर खुद को पूरे मामले से अलग बता रहा है।
इतना ही नहीं इनोवा में मिले 52 किलो गोल्ड और 11 करोड़ कैश से भी खुद को अनजान बता रहा है जबकि इनोवा उसी के नाम से रजिस्टर्ड मिली। हालांकि. चेतन से ही विस्तृत पूछताछ में पूरी कहानी स्पष्ट होने वाली है। पूर्व परिवहन आरक्षक सौरभ शर्मा ने 2016 में अनुकंपा नियुिक्त के तहत आरटीओ की नौकरी ज्वॉइन की थी और 7 साल की नौकरी में वीआरएस ले लिया। उसके खिलाफ कई शिकायतें हुई। बताया जा रहा है कि उसकी विभागीय जांच भी चल रही थी। ऐसे में वीआरएस नियम अनुसार दिया ही नहीं जा सकता। ऐसे में विभाग के तत्कालीन अफसर भी लपेटे में आ सकते हैं।
सौरभ की लोकेशन पता लगा रही पुिलस : इधर, पूर्व आरक्षक सौरभ शाहपुरा में जयपुरिया स्कूल की जो फ्रेंचाइजी लेने वाला था इसमें भी चेतन सिंह गौर साझेदार है। लोकायुक्त ने छापे में जो संपत्ति जब्त की है इसमें चेतन का नाम शामिल है इसलिए यह चाहकर भी बच नहीं सकता। सौरभ की मां उमा शर्मा और अन्य परिजनों से भी आयकर विभाग और लोकायुक्त ने पूछताछ की है जिसमें उन्होंने बताया कि वह स्कूल की फ्रेंचाइजी के सिलसिले में मुंबई गया है। हालांकि, जांच के दौरान उसके दुबई में होने का पता चला है। आयकर और लोकायुक्त सौरभ की लोकेशन के बारे में पता करने में जुटी है।
शर्मा का करीबी गोयनका साउथ अफ्रीका पहुंचा
जबलपुर और कटनी में माइनिंग का कारोबार करने वाला रायपुर का माइनिंग कारोबारी महेंद्र कुमार गोयनका का नाम भोपाल के सहारा एस्टेट में 300 करोड़ की जमीन खरीदी के मामले में सुर्खियों में आने के बाद वह पत्नी वीनू गोयनका के साथ विदेश रवाना हो गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार आयकर विभाग की कार्रवाई होते ही महेंद्र गोयनका दक्षिण अफ्रीका के महाद्वीप सोमाली लैंड पहुंच गया है। महेंद्र गोयनका का खदानों का कारोबार सोमाली लैंड में भी फैला हुआ है। उल्लेखनीय हैं कि निसर्ग इंटरनेशनल प्रा. लि. के निदेशक महेंद्र गोयनका रायपुर का रहने वाला है और उसका जबलपुर, कटनी में भी माइनिंग का बिजनेस है। महेंद्र गोयनका वर्तमान में 6 कंपनियों से जुड़ा हुआ हैं। इससे पहले वह 18 कंपनियों से जुड़ा था।
एलईडी टीवी का स्टॉक भी मिला
लोकायुक्त की टीम को जयपुरिया स्कूल की बन रही बिल्डिंग से 40 एलईडी टीवी मिलीं हैं जो 43 इंच की हैं। सौरभ शर्मा ने दिवाली के दौरान सैकड़ों टीवी अपने रिश्तेदारों को गिफ्ट के तौर पर बांटी थीं। बाकी टीवी उसने स्कूल की बिल्डिंग में स्टाॅक कर रखी थी। उनको भी जब्त कर लिया गया है।