भोपाल। राजधानी में पुलिस की नाक के नीचे सावरकर सेतु के नीचे एंप्री की सुरक्षा दीवार से सटकर फुटपाथ पर एक दर्जन से ज्यादा सजी नशे की दुकानों पर हरिभूमि के गुरुवार के अंक में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद पुलिस की निगाह गई और सुबह ताबड़तोड़ कार्रवाई कर नशे के दुकानदारों को खदेड़ दिया। होशंगाबाद रोड से एम्स के मोड़ पर जहां यह दुकानें सजी हुई थीं, वहीं पर डिवाइडर पर पुलिस का सहायता केंद्र बना हुआ है। इन दुकानदारों के आसपास ही पुलिस कर्मी खड़े रहते हैं।
फुटपाथ पर दिनभर ही इन दुकानों पर मुंह मांगा नशा उपलब्ध था, जिसे लेने के लिए लोग मुख्य सड़क के मोड़ पर ही वाहन पार्क करते थे। इसके बाद भी न तो वाहनों को हटाया जाता था और न ही किसी भी पुलिसकर्मी ने यह पता लगाया गया कि फुटपाथ पर नशा कितने प्रकार का और कितने प्रकार का बिक रहा है। हरिभूमि ने गुरुवार को सुबह इस स्थान का फिर मुआयना किया तो बागसेवनिया थाने के पुलिस कर्मियों ने उन्हें वहां से खदेड़ दिया। वहीं चेकिंग पॉइंट पर पुलिस भी सक्रिय दिखाई दी। फुटपाथ पर अंग्रेजी व ठेका शराब की दुकान भी चल रही है, जिसे अनुमति लेकर शुरू की गई है।
हरिभूमि की खबर के बाद सक्रिय हुई पुलिस
इस दुकान पर बैठे लोगों के अनुसार नशे की दुकानों पर सूखा और गीला नशा दोनों प्रकार का मिल रहा था। कुछ लोग रोजाना सुबह से फुटपाथ पर आकर सामान बेचने लगते थे। पुलिस वाले देखते रहते थे, लेकिन कोई बोलता कुछ नहीं था। अब हरिभूमि में खबर छपने के बाद पुलिस सक्रिय हुई।