भोपाल। बैरसिया थाने का घेराव गुरुवार को दौबारा किया गया। दरअसल, नाबालिगों से छेड़छाड़ के मामले में बुधवार को भी बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने थाने का घेराव किया था। पुलिस ने खानापूर्ति करते हुए केवल ही एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने से नाराज हिंदू संगठन के करीब चार हजार कार्यकर्ता ने गुरुवार सुबह एक बार फिर थाने का घेराव कर दिया। आलम यह बन गए कि पूरी बैरसिया तहसील में वाहन रेंगते रहे और जगह-जगह जाम की स्थिति निर्मित हो गई। स्थिति को सुधारने पुलिस बल बौना पड़ गया। लिहाजा आसपास से बल बुलाना पड़ा। करीब चार हजार से अधिक कार्यकर्ताओं के सड़क पर उतरने के कारण कलेक्टर को खुद मोर्चा संभालना पड़ा।
जानकारी के अनुसार बैरसिया क्षेत्र में रहने वाली 14 और 15 साल की तीन किशोरियां स्कूली छात्राएं हैं। इसी इलाके में रहने वाले तीन युवक अरमान लाला, जीशान और अनस इन किशोरियों को सोशल मीडिया पर फाॅलो कर रहे थे। उसके बाद तीनों युवक छात्राओं पर मिलने के लिए दबाव बनाने लगे। छात्राओं ने उन्हें मिलने से इंकार किया तो आरोपी उन्हें सोशल मीडिया पर फोटो वायरल करने की धमकी दे रहे थे।
चार दशक में पहली बार पूरा बैरसिया बंद
किशोरियों के साथ हुई छेड़छाड़ की घटना के विरोध में गुरुवार को बैरसिया में बंद का एेलान किया गया और बंद का असर भी दिखा। स्थानीय लोगों का कहना है कि पिछले चार-पांच दशकों में यह पहली बार हुआ है कि बैरसिया की एक भी दुकान नहीं खुली। इसके साथ ही हिंदू संगठन के कार्यकर्ता सुबह साढ़े 10 बजे से बैरसिया थाने के सामने एकत्रित होने लगे। देखते ही देखते करीब चार हजार से अधिक कार्यकर्ताओं ने थाने और आसपास के क्षेत्र को घेर लिया। नारेबाजी और घेराव के बाद एसपी देहात प्रमोद सिन्हा समेत पुलिस के अलाधिकारी पहुंच गए, लेकिन कार्यकर्ताओं का हंगामा शांत नहीं हो रहा था। लिहाजा कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह मौके पर पहुंचे और कार की बोनट पर चढ़कर समझाइश दी।
2-3 महीने से कर रहे थे ब्लैकमेल, गुरुवार को पकड़े दो और आरोपी
तीनों किशोरियों के साथ यह ब्लेकमेलिंग 2-3 महीने से चल रही थी। डरी-सहमी किशोरियों ने किसी से शिकायत नहीं की, लेकिन जब आरोपियों की हरकत दिन व दिन बढ़ने लगी तो एक छात्रा ने परिजन को बताया। परिजन बुधवार सुबह उसे लेकर थाने पहुंचे और अरमान लाला के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। इस दौरान हिंदू संगठन के कार्यकर्ता भी पहुंचे। कार्यकर्ताओं को जानकारी थी कि दो अन्य किशोरियों के साथ भी इस तरह की घटनाएं हुई हैं, लिहाजा उन्होंने हंगामा करते हुए थाने का घेराव कर दिया। बुधवार देर रात दो और मामले बैरसिया पुलिस ने दर्ज किए थे। उक्त मामलों में जीशान और अनस को आरोपी बनाते हुए उसनके खिलाफ छेड़छाड़, ब्लैकमेल, आईटी एक्ट और पोक्सो एक्ट समेत विभिन्न धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज किया। पुलिस ने उक्त दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया है।
बैरसिया नाबालिग घटना की होगी मजिस्ट्रियल जांच
बैरसिया के एक गांव की नाबालिग छात्रा को अश्लील मैसेज भेजकर भद्दे कमेंट करने के मामले में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। जिसके तहत बैरसिया एसडीएम दीपक पांडे और एसडीओपी आनंद कलादांगी घटना से जुड़े सभी पहलुओं की जांच करेंगी। दोनों अफसर सात दिन में जांच रिपोर्ट कलेक्टर को पेश करेंगे, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञापन: आरोपियों का निकला जाए जुलूस
कलेक्टर की समझाइश के बाद करीब चार घंटे तक चला प्रदर्शन शांत हो सका। इसके बाद संगठन के पदाधिकारियों से कलेक्टर ने चर्चा की। कलेक्टर को कार्यकर्ताओं ने ज्ञापन सौंपते हुए मांग की कि आरोपियों पर उचित कार्रवाई की जाए। उनका चौपड़ बाजार से बैरसिया थाने तक जुलूस निकाला जाए। उनके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाए। इस गंभीर प्रकरण में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। लव जिहाद से जुड़े पूरे गिरोह का खुलासा करें और मोबाइल से डिलीट किए गए डेटा को रिकवर करें। आरोपियों की मदद करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए।