रिपोर्टर - जितेंद्र सोनी
जशपुर। जिले के पत्थलगांव शहर में इन दिनों मधुमक्खियों के छत्तों ने संकट का रूप ले लिया है। शहर के विभिन्न इलाकों में बढ़ते मधुमक्खियों के छत्तों से स्थानीय लोगों और राहगीरों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। रायगढ़ रोड और जशपुर रोड जैसे प्रमुख क्षेत्रों में इनकी संख्या लगातार बढ़ रही है, जिससे यहां रहने वाले लोगों की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
स्कूल के खेल मैदान में मधुमक्खियां
शहर के रायगढ़ रोड पर स्थित प्रितमा टॉवर में मधुमक्खियों ने चारों ओर अपना छत्ता बना लिया है। इस स्थान पर रोजाना लोगों की आवाजाही रहती है, लेकिन अब यहां की स्थिति यह हो गई है कि लोग डर-डर कर काम पर जा रहे हैं। वहीं, जशपुर रोड स्थित सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल के खेल मैदान पर पीपल के पेड़ पर मधुमक्खियों ने अपना छत्ता बना लिया है, जिससे वहां पढ़ाई कर रहे स्कूली बच्चों को भी भारी समस्या हो रही है। साथ ही उन्हें खेल कूद के दौरान भी उनके मन मे भी बना रहता है क्योंकि मधुमक्खियां कभी भी हमला कर सकती हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने इस समस्या को लेकर कई बार वन विभाग और नगर पंचायत को सूचना दी है, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। कई बार शिकायत करने के बावजूद, मधुमक्खियों के छत्तों को हटाने के लिए कोई कारगर पहल नहीं की गई है, जिससे यहां के लोग निराश हो गए हैं।
एक्सपर्ट की टीम बुलाएंगे
इस गंभीर समस्या पर वन विभाग का कहना है कि वे इस मामले को लेकर पूरी तरह से गंभीर हैं और शहर से मधुमक्खियों के छत्तों को हटाने के लिए एक एक्सपर्ट टीम को बुलाएंगे। वन विभाग के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही टीम को तैनात किया जाएगा, ताकि शहर को इस समस्या से निजात मिल सके। वन विभाग के अधिकारी यह भी कहते हैं कि मधुमक्खियों को हटाना एक संवेदनशील प्रक्रिया है, क्योंकि अगर इसे सही तरीके से न किया जाए तो ये मधुमक्खियां हमलावर हो सकती हैं। इसलिए, इस काम के लिए प्रशिक्षित और विशेषज्ञों की टीम को बुलाया जा रहा है, जो बिना किसी नुकसान के इन छत्तों को हटा सके।
मधुमक्खियों के लगातार बढ़ते आतंक के कारण शहरवासियों में गुस्सा और डर दोनों का माहौल बना हुआ है। हालांकि, वन विभाग और नगर पंचायत की ओर से अब ठोस कदम उठाए जाने की बात सुनकर निवासियों ने राहत की सांस ली है। वे उम्मीद कर रहे हैं कि जल्द ही यह समस्या सुलझेगी और शहर में एक सुरक्षित वातावरण बनेगा।
कृपासिंधु पैंकरा, रेंजर पत्थलगांव