Atiq Ashraf Murder Case: प्रयागराज में अस्पताल के बाहर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की पुलिस और मीडिया के सामने तीन युवकों ने गोली चलाकर हत्या कर दी अब इस मामले की जांच और पूछताछ की जा रही है जिसमें बड़ी खबर सामने आई है. जानकारी के अनुसार शूटर सनी ने कबूल किया है कि इन तीनों आरोपियों को दिल्ली के जितेन्द्र गोगी गिरोह के संपर्क से हथियार मिले थे. कानपूर का बाबर भी इसी गैंग से जुड़ा था. बाबर के जरिए ही ये लोग गोगी गैंग से संपर्क में आये थे. हालांकि इन बयानों पर पुलिस का कहना है कि आरोपियों द्वारा लगातार बयान बदला जा रहा है.
पुलिस कर रही क्रॉस वेरीफाई :
आरोपियों के दिए इस बयान पर यूपी पुलिस क्रॉस वेरीफाई भी कर रही है. जीतेन्द्र गोगी गिरोह इन तीनों आरोपियों से एनसीआर में बड़ी वारदात कराना चाहता था. एनसीआर में कनेक्शन के चलते ही गोगी गैंग ने तीनों लड़कों को एनसीआर चैनल की आईडी कार्ड, कैमरा इन्हें दिया गया था. बता दें 2021 में जितेन्द्र गोगी की रोहिणी कोर्ट में हत्या कर दी गई थी, और जितेन्द्र हमेशा से लॉरेंस बिश्नोई का बेहद खास था.
ये था आरोपियों का प्लान:
तीनों आरोपी 12 अप्रैल को हत्या के तीन दिन पहले लखनऊ से बल लेकर प्रयागराज पहुंचे, तीनों ही काल्विन अस्पताल से डेढ़ किलोमीटर दूर रेलवे स्टेशन के सामने होटल में रुके थे. 15 अप्रैल के पहले 13 अप्रैल को ही कोर्ट में अतीक अहमद को मारने का प्लान बना था, लेकिन मौका नहीं मिलने के कारण वे ऐसा नहीं कर पाए. इसके बाद 15 अप्रैल को इस्न्होने काल्विन अस्पताल की रेकी की. आरोपियों ने दो नए मोबाइल खरीदे थे लेकिन सिम इनके ओरिजिनल आईडी से था फर्जी आईडी नहीं जुगाड़ पाए थे. अतीक-अशरफ को गोली से उड़ाने के बाद तीनों ने डर पर काबू पाने के लिए तीनों ने जय श्री राम के नारे लगाए.
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