रीवा शहर में सूअरों की मौत ने चिंता बढ़ा दी है। एक रिपोर्ट के अनुसार रिपोर्ट अफ्रीकन स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। इस रिपोर्ट के आते ही हड़कंप मच गया है। बता दें 1500 से अधिक सूअरों की मौत हो गई है।
1500 से ज्यादा सूअरों की मौत
रीवा शहर में अब तक 1500 से ज्यादा सूअरों की जान जा चुकी है। बता दें पशु चिकित्सा विभाग का अमला स्वाइन फीवर मानकर वैक्सीनेशन कर रहा है। इसके साथ ही भोपाल से जांच रिपोर्ट आने पर अब डोर-टू-डोर सर्वे कर जानकारी जुटाई जा रही है।
डोर-टू-डोर सर्वे शुरू
आपको बता दें कि पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक डॉ. राजेश मिश्रा ने शनिवार को बैठक बुलाई। मीटिंग में डोर-टू-डोर सर्वे के लिए टीम गठित की गई है, इस बैठक में पशुपालन विभाग, नगर निगम एवं वेटरनरी कॉलेज के अधिकारी भी मौजूद रहे।
इन इलाकों में सबसे अधिक मौत
सूत्रों के मुताबिक, रीवा शहर में सूअरों की सर्वाधिक मौत वाला क्षेत्र नारायण चक्की, पांडेन टोला, धोबिया टंकी वाला क्षेत्र है। हालांकि, सूअरों की इस बीमारी से इंसानों को किसी तरह का खतरा नहीं है यह बीमारी सूअरों में ही फैलती है। वहीं, इस बीमारी को लेकर प्रदेश भर में एलर्ट जारी किया गया है। इसके साथ ही अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि अपने-अपने क्षेत्रों में नजरें बनाकर रखें।
विंध्य क्षेत्र में आया था पहला मामला
विंध्य क्षेत्र में पहली बार इस बीमारी की दस्तक हुई है। माना जा रहा है कि यूपी में इस बीमारी ने दस्तक दी थी। बता दें सुअरों के मौत की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, रोजाना 8 वाहन से मृत सूअरों को उठाया जाता है, जिन्हें कुठुलिया क्षेत्र में दफनाया जा रहा है।