होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
जरा हटके
सेहत
अध्यात्म
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

 नवरात्रि के पांचवें दिन करें स्कंदमाता की आराधना, सुख समृद्धि और परम शांति की होती प्राप्ति...

 नवरात्रि के पांचवें दिन करें स्कंदमाता की आराधना, सुख समृद्धि और परम शांति की होती प्राप्ति...

Sharadiya Navratri: शारदीय नवरात्रि का आज पांचवां दिन है. इस दिन मां दुर्गा के अवतार स्कंदमाता की अराधना होती है. शास्त्रों के मुताबिक इस माता पार्वती और भगवान शिव के पुत्र के कार्तिकेय को युद्ध के क्षेत्र में पारंगत करने मां दुर्गा ने स्कन्द माता का रूप धारण कर  उनकी प्रशिक्षा ली थी. जिसके बाद से  देवी दुर्गा के स्कंदमाता रूप की  पूजा होने लगी. धार्मिक मान्यताओं की मानें तो स्कंदमाता की विशेष उपासना करने वाले भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है.

पौराणिक कथाओं में वर्णित:

इसके साथ ही सुख समृद्धि और परम शांति की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही पौराणिक कथाओं यह भी वर्णित है कि तारकासुर नाम के राक्षस ने काफी आतंक मचा रखा था. इस पर शर्त यह थी की इसका वध शिव पुत्र ही कर सकता था. इसी वजह से कार्तिकेय को स्कन्द भी कहा जाता है. मां ने स्कंदमाता का रूप उन्हें युद्ध प्रशिक्षण देने के लिए ही किया था. इसी वजह से स्कंदमाता की पूजा अर्चना करने से भक्तों को मोक्ष के द्वार सहजता प्राप्त होता है.

पूजा विधि और भोग :

मां दुर्गा के पंचम स्वरूप यानी मां स्कंदमाता को प्रसन्न करने पीले रंग के वस्त्र पहनातें हैं इसके साथ उनके सफेद रंग बहुत प्रिय है. वहीं पूजा के दौरान पीले रंग के फूल जैसे  चमेली, गेंदा अर्पित करें। इससे माता आपके जीवन की सभी समस्याएं खत्म कर सुख  प्रदान करेंगी. वहीं माता को भोग में केला अर्पित करने से शुभ होता है। इसके उन्हें केले से बने पकवानों के भोग चढ़ाए जाते हैं. साथ ही मां को खीर भी बेहद प्रिय है. 

स्कंदमाता जा मंत्र :

या देवी सर्वभूतेषु माँ स्कंदमाता रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।


संबंधित समाचार