होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
जरा हटके
सेहत
अध्यात्म
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

MP news : 110 फीट गहरे खदान के मुंह में फिर चढ़ी एक मजदूर की आहुति

MP news : 110 फीट गहरे खदान के मुंह में फिर चढ़ी एक मजदूर की आहुति

बालाघाट। जिले में फिर एक मजदूर को खदान ने निगल लिया। बिना सुरक्षा के संचालित एक मैंगनीज खदान में मजदूर 110 फीट नीचे जाकर गिरा जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। मजदूर के परिवार में मातम पसर गया। उसके परिजन और बीवी-बच्चे सभी केवल रोते हुए खदान को कोसते रहे। इसी तरह के कई किस्से इस जिले की खदानों से सामने आते रहते हैं। ये पहले केस नहीं है जिसमें एक मजदूर ने अपनी जान गंवाई है। तो इन मौतों को लिए जिम्मेदार किसे ठहराया जाए। इन खदान के संचालकों को या इन खदानों में सुरक्षा न होने के बाद भी एक्शन न लेने वाली सरकार को? 

गिरते से ही हो गई मौत 

ताजा मामला रूपझर थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम कटेझरा में संचालित एक प्राइवेट खदान का है। खदान का नाम पेसिपिक मिनरल्स मैंगनीज खदान है। जिसमें कई मजदूर मैंगनीज निकाला करते हैं। खदान में मजदूरों की सुरक्षा को लेकर किसी प्रकार के इंतजाम नहीं किए गए हैं। जो किए हैं वो शायद केवल दिखावटी ही हैं। इस खदान में मजदूरों के चढ़ने उतरने के लिए सही सीढ़ी न होने के कारण आज एक मजदूर ने अपनी जान गंवा दी है। बताया जा रहा है कि एक मजदूर ऊपर चढ़ने के दौरान खदान में 110 फीट नीचे जा गिरा। मजदूर का नाम जगदीश सरोते बताया जा रहा है, जो 34 साल का था। मजदूर के गिरने पर कोई नेट या किसी भी प्रकार की रस्सी आदि की कोई सुविधा नहीं थी कि आपातकाल में उसे बचाया जा सके। न ही मजदूर को तुरंत उस खदान से बाहर लाया जा सकता था। हालांकि इतनी अधिक ऊंचाई से गिरने के कारण मजदूर की मौत तुरंत ही हो चुकी थी। बाद में उसका शव केवल पीएम और आगे का कार्रवाईयों के लिए ही बाहर आया है। मजदूर के माता-पिता और परिवार सहित उसके साथी भी इस दुख से आहत ही हैं। अब इस घटना की जिम्मेदारी किसे दी जाए, ये सवाल का विषय है। क्योंकि इसी प्रकार की और भी खदानें इस जिले में संचालित कराई जा रही हैं। जिनमें सुरक्षा की दृष्टि से किसी प्रकार के बंदोबस्त नहीं कराए गए हैं। 
 


संबंधित समाचार