होम
देश
दुनिया
राज्य
खेल
बिजनेस
मनोरंजन
जरा हटके
सेहत
अध्यात्म
फैशन/लाइफ स्टाइल

 

नर्सिंग घोटाला : भाजपा की गुटबाजी के शिकार हो सकते है मंत्री सारंग!

नर्सिंग घोटाला : भाजपा की गुटबाजी के शिकार हो सकते है मंत्री सारंग!

नर्सिंग घोटाला : मध्यप्रदेश के बहुचर्चित नर्सिंग घोटाले में क्या सही में मोहन सरकार के कैबिनेट मंत्री विश्वास सारंग का इस्तीफा हो सकता है? जी हां राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि मंत्री सारंग वर्तमान में संकट में दिखाई दे रहे है। और ये संकट कांग्रेस की रणनीति और भाजपा की गुटबाजी का असर है। 

सारंग के खिलाफ भाजपा?

इस समय मंत्री विश्वास सारंग को लेकर बीजेपी में मंथन चल रहा है। वही कांग्रेस भी अपनी रणनीति बनाने में जुटी हुई है। कांग्रेस की रणनीति की बात करे तो मध्यप्रदेश के नर्सिंग घोटाले को व्यापम घोटाले से बड़ा घोटाला दिखाना है। वही बीजेपी की बात करे तो भाजपा के अंदर जो रणनीति बन रही है। उसके अनुसार कैसे भी हो विश्वास सांरग को कैबिनेट से बाहर निकालना है, सारंग का इस्तीफा कराना है। बीजेपी सूत्रों का कहना है कि जब मध्यप्रदेश में मोहन यादव की सरकार बनी, उस समय जब मंत्रियों को बनाने की सूची बनाई गई थी, तब उस सूची में मंत्री विश्वास सारंग का नाम नहीं था, लेकिन विश्वास सारंग की जोड़त़ो के बाद उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल किया। सारंग के मंत्री बनने के बाद से भाजपा के कई बड़े नताओं को सारंग खटकते आए है। 

भाजपा के लिए खटकने लगे सारंग?

आपको यह भी बता दें कि मंत्री सारंग भोपाल की नरेला विधानसभा में काफी लोकप्रिय है। वे ​अपनी विधानसभा के हर घर के संपर्क में बने रहते है। चाहे हिंदू हो, मुसलमान हो या किसी भी वर्ग के लोग हो, मंत्री सांरग ने जनता के बीच एक बड़ी पहचान बनाई है, लेकिन भाजपा के अंदर अब विश्वास सारंग कहीं न कहीं खटकने लगे है। 

अंदर से भाजपा कर रही काम?

राजनीतिक जानकारों की माने तो विधानसभा के मानसून सत्र और बजट सत्र के दौरान लगातार विधानसभा में जो नर्सिंग घोटाले की गूंज है वो केवल अकेले कांग्रेस की रणनीति नहीं है बल्कि इसके पीछे भाजपा के लोग कहीं न कहीं काम कर रहे है। राजनीतिक पंड़ितों का कहना है कि कांग्रेस के साथ साथ भाजपा के कुछ नेताओं की रणनीति है कि सारंग को नर्सिंग घोटाले से जोड़कर इतना बदनाम कर दिया जाए की कैसे भी उनका इस्तीफा हो, या​ फिर जब भी मंत्रिमंडल का विस्तार हो तब उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जाए। 

भाजपा की क्या तैयारी?

अंदरखाने की खबर है कि बीजेपी तैयारी में है कि कैसे भी सांरग पर पूरा आरोप थोपा जाए और उनका इस्तीफा लिया जाए और मामले को दबाने की कोशिश की जाए। वही कांग्रेस के एक बड़े नेता का कहना है कि कांग्रेस नर्सिंग घोटाले में चुप बैठने वाली नहीं है। कांग्रेस ने सारंग को घेरने और मामले को तूल देने की राणनीति बना ली है। आने वाले एक दो दिनों में यह रणनीति दिखाई भी देने लगेगी। कांग्रेस चाहती है कि पहले मंत्री सारंग के खिलाफ पहले पुलिस में शिकायत की जाए, एफआईआर दर्ज कराई जाए। और अगर मामला दर्ज नहीं होता है तो कोर्ट के दरबाजे खटखटाए जाएंगे। कांग्रेस सारंग के खिलाफ की लड़ाई को तीन मोर्चो में लड़ेगी, एक सड़क पर, दूसरी सदन में और तीसरी कोर्ट में। 

क्या सारंग होंगे कैबिनेट से बाहर?

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा है कि मंत्री विश्वास सारंग ने अपने पिता स्वर्गीय कैलाश नारायण सारंग के नाम को कलंकित कर दिया है। अब इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि एक समय सांरग परिवार के नजदीक रहने वाले दिग्विजय सिंह और उनके बेटे जयवर्धन सिंह सदन में तीखे हमले बोल रहे है कि कांग्रेस किस तरीके से सारंग के खिलाफ रणनीति बना रही है।

ऐसे में माना जा रह है कि अगर कांग्रेस मामले में ज्यादा आक्रमक होती है तो बीजेपी पार्टी की छवि बचाने के लिए मंत्री सारंग को कैबिनेट से बाहर का रास्ता दिखा सकती है। हालांकि आपको बता दें कि ये सिर्फ एक संभावनाएं है। बाकि मामले में कांग्रेस अगला क्या कदम उठाती है? बीजेपी मामले में कांग्रेस का सामना कैसे करती है? यह आने वाला वक्त ही बताएगा।   


संबंधित समाचार