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जर्जर हुई स्कूल तो गांव के रंग-मंच में पढ़ने को विद्यार्थी मजबूर, बार-बार शिकायत के बाद भी नए स्कूल भवन का नहीं किया जा रहा निर्माण

जर्जर हुई स्कूल तो गांव के रंग-मंच में पढ़ने को विद्यार्थी मजबूर, बार-बार शिकायत के बाद भी नए स्कूल भवन का नहीं किया जा रहा निर्माण

देवराज दीपक//सारंगढ़ - सारंगढ़ जिले के बरमकेला विकास खंड अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला केरमेली के शाला भवन जर्जर होने पर गांव के रंग मंच मे बच्चे पढ़ने को मजबूर हैं 5 कक्षाओं कि शाला एक साथ लिया जा रहा है। जिससे बच्चों कि पढ़ाई काफ़ी प्रभावित हो रहा है। 

ऐसे मे बच्चों कि अभिभावकों मे काफ़ी आक्रोश देखा जा रहा है। बार बार शिकायत के बाद भी ना स्कूल का मरम्मत हो रहा है ना ही नए स्कूल का भवन निर्माण हो रहा है ऐसे मे शिक्षा विभाग कि लापरवाही सामने आई है। जिसका खामियाजा गरीब तबके के बच्चों को भुगतना पड़ रहा है। 

बहरहाल राज्य सरकार द्वारा हर जगह पर शिक्षा को प्राथमिकता देने कि बात कह रही है, करोड़ों रुपये सरकार द्वारा स्कूल भवन बनाने के लिए दिए जाते हैं। पर भ्रष्ट ठेकेदार के द्वारा निम्न स्तर के काम कर स्कूल भवन का निर्माण कर लाखों रुपये का भ्रष्टाचार कर अधिकारियों से मिली भगत करके राशि का आहरण कर लेते हैं।

और जिले मे जर्जर स्कूल डिस्मेन्टल करने का आदेश देने के बावजूद नहीं तोड़ा जा रहा है। इसी तरह ब्लाक के शासकीय प्राथमिक शाला केरमेली काफी हद तक जर्जर नजर आ रहा है। जिससे कभी भी अनहोनी होने का खतरा छात्रों और शिक्षकों पर मंडरा रहा है। पर अभी तक जिम्मेदार इस पर ध्यान नही देने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।


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