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ये क्या, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर भी सदस्य बनाने की जिम्मेदारी

ये क्या, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर भी सदस्य बनाने की जिम्मेदारी

इंदौर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता : मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का सदस्यता अभियान इन दिनों जोरों पर है। अभियान के समापन में अब सिर्फ दो दिन बचे हैं। इंदौर की विधानसभा-4 में सदस्य बनाने में पार्टी काफी पिछड़ी हुई है। ऐसे में निर्धारित लक्ष्य को पाने के लिए सरकारी मिशनरी का दुरुपयोग करते हुए अब आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं पर सदस्य बनाने की जिम्मेदारी थोपी जाने लगी है। 

जानकारी के अनुसार अब लोगों को भाजपा का सदस्य बनाने के लिए आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को घर-घर भेजा जा रहा है। हैरानी की बात यह कि खुद महिला व बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर आंगनवाड़ी के निर्धारित समय के दौरान ही कार्यकर्ताओं को उनके क्षेत्र के भाजपा पार्षद के कार्यालय जाने के निर्देश दे रही हैं। जिसकी एक व्हाट्सअप ग्रुप चैट वायरल हो रही है। 

बीते शुक्रवार को वार्ड-85 के भाजपा पार्षद और एमआईसी मेंबर ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भाजपा की सदस्यता के फॉर्म का पुलिंदा देकर उनसे घर-घर जाकर लोगों को सदस्य बनाने का काम सौंपा, जबकि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं से पार्टी के काम कराने का कोई अधिकार ही नहीं है। महिला व बाल विकास विभाग के वाट्सएप ग्रुप ‘आईसीडीएस 7 सेक्टर छावनी’ में विभाग की सुपरवाइजर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को भाजपा कार्यालय जाने के लिए निर्देशित कर रही हैं। यही नहीं, उन्हें धमकाया भी जा रहा है कि आप लोगों की शिकायतें आती हैं। यानी कार्यकर्ताओं पर दबाव बनाकर उन्हें भाजपा के सदस्यता अभियान से जुड़ने के लिए मजबूर किया जा रहा है। 

बता दें कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को सरकारी कार्यक्रमों, किसी नेता या मंत्री की सभा के दौरान हितग्राहियों की भीड़ जुटाने का काम भी सौंपा जाता रहा है। कोई कार्यकर्ता यदि देरी से आंगनवाड़ी पहुंचती है या आंगनवाड़ी जल्दी बंद कर घर चली जाती है तो उसे विभागीय कार्रवाई की चेतावनी दी जाती है। उसके खिलाफ नोटिस जारी किया जाता है, वहीं भाजपा की सदस्यता जैसे गैर विभागीय कार्य में लगाने पर आंगनवाड़ी बंद रहती है तो उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ रहा। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पार्षद कार्यालय के कर्मचारियों और उनके समर्थकों द्वारा भाजपा सदस्यता की रिपोर्ट मांगने के लिए बार-बार फोन करने से भी परेशान हैं।


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