नारायणपुर: नगर के बुनियादी बालक आदर्श आवासीय विद्यालय गरांजी में 12 नवंबर को 11वीं कक्षा में अध्ययनरत आदिवासी छात्र योगेश वट्टी के आत्महत्या करने की घटना को लेकर जिले में सियासी पारा उफान पर हैं। कांग्रेस और AAP के धरना प्रदर्शन के बाद अब सर्व आदिवासी समाज के द्वारा घटना पर विरोध जताते हुए हॉस्टल के अधीक्षक पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की गई है। सर्व आदिवासी समाज के द्वारा कहा गया हैं कि छात्र को आत्महत्या के लिए उकसाया गया था। जिस पर जिम्मेदार लोगों पर जिला प्रशासन ने कारवाई नहीं किया हैं।
मंगलवार को चक्काजाम करने का किया गया ऐलान :
सर्व आदिवासी समाज के द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन देने के बाद भी अधीक्षक पर कार्रवाई नहीं करने की वजह से आदिवासी समाज के द्वारा विरोध प्रकट कर नारायणपुर के गढ़बेंगाल चौक में मंगलवार को चक्काजाम करने एलान किया गया हैं। घटना के बाद मौके पर पहुंचे सहायक आयुक्त राजेन्द्र सिंह ने घटना की जांच कर दोषी पर कार्रवाई करने के बाद कही थी बावजूद इसके घटना के 20 दिन बाद भी जिला प्रशासन की करवाई ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है। यही वजह है कि आप लोग सड़क पर आकर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
'यह मंत्री के डमरु है जिसे मंत्री बजा रहे हैं':नरेंद्र नाग
आम आदमी पार्टी के द्वारा भी 28 नवंबर को छात्र के आत्महत्या प्रकरण को जयस्तंभ चौक में चक्काजाम कर विरोध प्रकट किया गया था, इस दौरान एसडीएम वासु जैन के साथ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं की जमकर बहस भी हुई। आप नेता नरेंद्र नाग ने कलेक्टर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह मंत्री के डमरु है जिसे मंत्री बजा रहे हैं। एसडीएम और आप कार्यकर्ताओं के बीच बातचीत का यह वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल भी हो रहा है।
सम्पूर्ण नारायणपुर बंद का आह्वान:
सर्व आदिवासी समाज के पत्र में लिखा हैं कि घटना 12 नवंबर की है बुनियादी बालक आदर्श आवासीय विद्यालय गरांजी जिला नारायणपुर में अध्ययनरत छात्र योगेश वट्टी ने स्कूल प्रबंधन एवं छात्रावास अधीक्षक के शारीरिक, मानसिक प्रताड़ना एवं सार्वजनिक रूप से बेइज्जती कर छात्र को आत्महत्या हेतु उकसाया गया। समाज के आवेदन निवेदन करने पर भी प्रथम दृष्टया लापरवाह/जिम्मेदार लोगों पर आज पर्यन्त तक कोई भी कार्यवाही जिला प्रशासन ने नहीं किया है। जिससे समाज में दिनों दिन आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। त्वरित एवं न्यायोचित कार्यवाही नहीं होने के कारण सर्व आदिवासी समाज जिला नारायणपुर एवं बस्तर संभाग वो समस्त जिलों के पदाधिकारियों के सहयोग से मंगलवार को सम्पूर्ण नारायणपुर बंद का आह्वान किया गया है।
पूरे आदिवासी के साथ अन्याय है:
आदिवासी वर्षों से अपने हक व अधिकार के लड़ता रहा है। यहां तो खुद के विधायक खुद के जिला प्रशासक होने बावजूद न्याय मांगना पड़ रहा है। दूसरों से क्या अपेक्षा की जा सकती है? योगेश वट्टी हमारा बेटा था। हमारा भाई था उसके साथ जो भी वो पूरे आदिवासी के साथ अन्याय है। अतः आदिवासी समुदाय के समस्त समाज प्रमुखों, जनप्रतिनिधियों, युवा-युवतियों, अधिकारी, कर्मचारियों से अपील की जाती है कि चक्काजाम स्थल पर अधिक से अधिक संख्या में उपस्थित होकर अपने न्याय की लड़ाई को सफल बनायें।