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शंकराचार्य का बड़ा बयान : "प्रधानमंत्री दाढ़ी रखे है, वे खुद को संत मानते होंगे, लेकिन वास्तु स्थिति ये है कि वे खुद को किसी से कम नहीं मानते"

शंकराचार्य का बड़ा बयान : "प्रधानमंत्री दाढ़ी रखे है, वे खुद को संत मानते होंगे, लेकिन वास्तु स्थिति ये है कि वे खुद को किसी से कम नहीं मानते"

बिलासपुर। श्रीगोवर्द्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती ने बिलासपुर में प्रेसवार्ता की. शंकराचार्य तीन दिवसीय प्रवास पर पहुंचे है. शंकराचार्य का बड़ा बयान आया है. तिरुपति बालाजी मंदिर में लड्डू प्रसाद मामले के सवाल पर बोले, शंकराचार्य का पद सर्वोच्च न्यायधीश का होता है, जब तक पूर्ण जानकारी ना हो, तब तक कुछ बोलना ठीक नहीं है, 

प्रधानमंत्री दाढ़ी रखे है, वे खुद को संत मानते होंगे, लेकिन वास्तु स्थिति ये है कि वे खुद को किसी से कम नहीं मानते, रामजी ने भाजपा का भट्टा बिठा दिया. मोदी की गारंटी, अब नकारे नीतिश और नायडू के सहारे चल रही है. इसलिए ज्यादा महत्वकांक्षी नहीं होना चाहिए.

आकाश को नीला कहते है, आकाश का रूप वायुरूपी है, लेकिन आकाश नीला है क्या, शंकराचार्य भाजपा काल में कांग्रेसी कहे जाते है, और कांग्रेस काल में भाजपाई कहे जाते है, शंकराचार्य किसी के पक्ष धर नहीं होते, इसको जो भी लांछित करेंगे, वे खुद भी लांछित हो जायेगा.

हिंदू राष्ट्र को लेकर शंकराचार्य ने कहा हर व्यक्ति का जीवन लक्षित होता है, सनातन धर्म में चारो वर्ण अपने कर्म को लेकर लक्षित है. हर वर्ण अपने कर्म को लेकर अधिकृत है. कलयुग के अंतिम क्षण में ब्राम्हण कुल में कलकी का अवतार होगा.

शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद को लेकर कहा कि मेरे ना कोई दुश्मन होते और ना मैं किसी का दुश्मन नहीं हूं, जिन्होंने ने विरोध किया उनका बंटाधार हो गया, और जिसका विरोध किया गया, उनका काम हो गया.

महंगाई पर बोले शंकराचार्य 25 रुपए किलो में बनने वाली सामग्री 27 रुपए में बिक जाती थी, अब वो बाजार में 250 रुपए तक लोग को मिल रही है, अब इतने दलाल हो गए है कि महंगाई हो गई है, धर्मांतरण बोले की तालिबान के शासन काल में चार क्रिश्चन, मुसलमानो का धमांतरण कराने चले थे, लेकिन मुसलमानो ने उन्हें फांसी पर लटका दिया.


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