रायपुर : मशहूर तबादला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन हो गया है। 73 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली है। दरअसल जाकिर हुसैन काफी लंबे समय से बीमारी से ग्रसित थे। जिसके चलते सैन फ्रांसिस्को में उनका इलाज चल रहा था। आपको बतादें कि जाकिर हुसैन करीब दो हफ्ते से इस हॉस्पिटल में एडमिट थे.
यहां चल रहा था इलाज :
जहां पर वह फेफड़ों से संबंधित बीमारी से वह काफी लंबे समय से जूझ रहे थे। और तबीयत बिगड़ने कि वजह से दो हफ्ते से ICU में ही एडमिट थे। जानकारी के मुताबिक उस्ताद जाकिर दुनिया के सबसे बेहतरीन संगीतकार में से एक थे। जिन्हे कई बड़े पुस्कार से नवाजा गया है. जिसमें पद्म श्री, पद्म भूषण, पद्म विभूषण अवार्ड से नवाजा गया था. इसके अलावा जाकिर हुसैन को तीन ग्रैमी अवार्ड भी मिल चुके थे.
कई पीढ़ियों तक रहेगा प्रभाव :
बतादें कि वह दुनियाभर के अनगिनत संगीत प्रेमियों के लिए असाधारण विरासत छोड़ गए है। जिसका प्रभाव आने वाली कई नई पीढ़ियों तक रहने वाला है. और उनकी इस कला को संजोकर रखेंगे। वहीं इस कड़ी में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री साय ने अपने सोशल मिडिया के X पर पोस्ट कर विश्व विख्यात तबला वादक जाकिर हुसैन के निधन पर शोक व्यक्त किया है। और उन्होंने कहा कि, 'उस्ताद जाकिर हुसैन एक प्रसिद्ध तबला वादक थे'.
संगीत की दुनिया में हुई अपूरणीय क्षति :
जिनका भारतीय संगीत जगत में अमूल्य योगदान रहा है उन्होंने कहा कि' उस्ताद जाकिर हुसैन एक प्रसिद्ध तबला वादक थे', 'भारतीय संगीत जगत में उनका एक अमूल्य योगदान रहा है. इसके आगे सीएम ने कहा कि, संगीत की दुनिया में उनके निधन से में अपूरणीय क्षति हुई है। मुख्यमंत्री दिवंगत की आत्मा को शांति व इस कठिन समय में उनके परिवार को संबल देने की कामना की है.