der tak sone ke nuksan : आज कल लोगों का जीवन इतना ज्यादा व्यस्त हो गया है जिसके चलते वो अपने हेल्थ पर ध्यान नहीं दे पाते। खास तौर पर सोने और खाने पर, जिसका बुरा प्रभाव आपके स्वास्थ्य पर पड़ता है। इस वजह से अक्सर बड़े बुज़ुर्ग कहते है कि रात में हर किसी को जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना चाहिए। स्वस्थ रहने के लिए हर व्यक्ति को प्रतिदिन 7 से 8 घंटे की नींद लेनी जरूरी है। इससे आप शारीरिक और मानसिक रूप से फिट और हेल्दी रहते हैं। लेकिन अगर आप इससे ज्यादा सोते है तो आपके शरीर को कई तरह के नुकसान हो सकते है।
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो दिन में सोने से आपकी रात की थकान (Tiredness) जरूर मिट जाती होगी लेकिन अगर इसके नुकसान जान लेंगे तो सच में आपकी नींद उड़ जाएगी. दिन में 10-20 मिनट की झपकी लेना जरूर सेहत के लिए अच्छा हो सकता है लेकिन इससे ज्यादा सोना या दिन में लंबी नींद लेकर रात की भरपाई करना आपको कई बड़ी और गंभीर बीमारियों की ओर धकेल सकता है। अगर आप भी देर तक सोने के शौकीन है तो आज ही इन आदतों को छोड़ दे ...
देर तक सोने के 6 गंभीर नुकसान
1. बिगड़ जाएगी मेंटल हेल्थ
सुबह देर तक सोने वालों की मेंटल हेल्थ बुरी तरह प्रभावित हो सकती है. हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ऐसा करने वालों में चिड़चिड़ापन, डिप्रेशन और मूड स्विंग जैसी समस्याएं बढ़ सकती है, जिसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं.
2. पाचन से जुड़ी समस्याएं
सुबह देर तक सोते रहने से पाचन तंत्र बुरी तरह प्रभावित हो सकता है. इससे बाउल धीमी गति से काम करता है. जिससे कॉन्स्टिपेशन की प्रॉब्लम्स हो सकती है. इसके अलावा पाइल्स की समस्या भी देर से उठने वालों को हो सकती है.
3. दिल हो जाएगा बीमार
सुबह देर तक सोने वालों को सही तरह धूप नहीं मिल पाती है और शरीर का हार्मोन्स अपना संतुलन खोने लगता है. जिससे ब्लड प्रेशर लेवल और कोलेस्ट्रॉल का लेवल भी बढ़ सकता है. इससे हार्ट से जुड़ी कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं.
4. मोटापा
ऐसे लोग जिन्हें देर से सोकर उठने की आदत है, उनकी मेटाबॉलिक रेट काफी कम होती है. इसकी वजह से कुछ भी खाने के बाद कैलोरी बर्न करने में परेशानी आती है. जिससे शरीर में फैट जमा होने लगता है और इसकी वजह से मोटाबा बढ़ सकता है.
5. डायबिटीज
देर तक सोकर उठने वालों में हाई ब्लड प्रेशर की समस्या देखी जाती है, जिसकी वजह से डायबिटीज उन्हें अपना शिकार बना सकता है. जब कोई देर से सोकर उठता है तो उसका शुगर लेवल काफी कम हो सकता है. इससे भूख से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं. आहार में असंतुलन डायबिटीज का रिस्क बढ़ा सकता है.
6. स्लीप डिसऑर्डर
बहुत ज्यादा नींद लेने से स्लीप डिसऑर्डर हो सकते हैं जैसे हाइपरसोमनिया. ये विकार ऑलओवर हेल्थ को प्रभावित करते हैं और सेहत को नुकसान हो सकता है.