जबलपुर : मध्य प्रदेश में DAP खाद की किल्लत किसानों के लिए परेशानी बनती जा रही है। खाद न मिलने से फसलों की बुवाई नहीं हो पा रही है। जिसकी वजह से किसानों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। सुबह 3 बजे से खरीदी केंद्र के बाहर लाइन लगाने के बाद भी किसानों को खाद नहीं मिल पा रहा है। कुछ दिन पहले ही जबलपुर में 2780 मीट्रिक टन डीएपी पहुंचा था। ऐसे में खाद की शॉर्टेज होने से कालाबाजारी होने की आशंका जताई जा रही है।
घंटो लाइन में लगने के बाद मुश्किल से मिल रही खाद
खाद की किल्लत को लेकर किसानों का कहना है कि जो खाद सरकारी खरीदी केंद्रों पर मिलनी चाहिए तो वहीं खाद निजी व्यापारियों के यहां पर मिल रही है। निजी व्यापारी मौके का फायदा उठाकर 1350 रुपए की खाद की बोरी 1800 से 2000 रुपए में बेच रहे हैं। घंटो लाइन में लगने के बाद बम मुश्किल कुछ किसानों को तीन से चार बोरी खाद मिल रही है, लेकिन कुछ किसानों को खाद की कमी के चलते खाली हाथ लौटना पड़ रहा है।
MP के साथ साथ इन राज्यों में भी खाद की कमी
बता दें कि DAP खाद गेंहू, चना, मटर सहित अन्य फसलों के लिए जरूरी है। ऐसे में खाद नहीं मिलने से किसानों का आक्रोश बढ़ता ही जा रहा है। तो वही डीएपी की किल्लत को लेकर विपक्ष सरकार पर निशना साधने का एक भी मौका नहीं छोड़ रहा है। खाद की किल्लत न सिर्फ मध्य प्रदेश बल्कि हरयाणा राजस्थान, यूपी, बिहार में भी है। जिसकी वजह से किसान काफी परेशान है।